रूस ने हाइपरसोनिक न्यूक्लियर मिसाइल का फुटेज किया जारी, 5 मिनट में लंदन तक मार करने का दावा

रूस और यूक्रेन के बीच जंग (Russia Ukraine War) जारी है. इस बीच पश्चिमी देशों द्वारा रूस पर लगातार प्रतिबंध लगाए जा रहे हैं. ऐसे में रूस ने एक लाइटनिंग हाइपरसोनिक न्यूक्लियर मिसाइल (hypersonic nuclear missile) की फुटेज जारी की है. पश्चिमी मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, मिसाइल की तस्वीरों को शेयर कर, रूस पश्चिमी देशों को यह दिखाना चाहता है कि कैसे एक झटके में हमला किया जा सकता है.

जंगी जहाज से छोड़ी गई मिसाइल
‘मिरर’ में छपी खबर के अनुसार, White Sea में एडमिरल गोर्शकोव जंगी जहाज से मैक 9 ‘जिरकोन’ -या ‘त्सिरकोन’ मिसाइल (Zircon nuke missile) को छोड़ा गया था. जंग के बीच, इन तस्वीरों को जारी करने का मकसद यह है कि अगर कोई देश यूक्रेन पर किए गए आक्रमण में हस्तक्षेप करता है, तो इन परमाणु मिसाइलों का इस्तेमाल किया जा सकता है.
स्पीड की वजह से नहीं चल सकता पता
राष्ट्रपति पुतिन ने इन मिसाइलों को परीक्षणों को सफल करार दिया था और इसे इसी साल सेना में शामिल किया गया है. रूसी विशेषज्ञों का कहना है कि पश्चिम में इन मिसाइलों का कोई तोड़ नहीं है. रूसी रक्षा मंत्रालय के स्वामित्व वाले चैनल ‘टीवी ज्वेज्दा का कहना है कि लांच के बाद रूसी जिरकोन हाइपरसोनिक मिसाइल की सीक्रेट फीचर का खुलासा हो गया है. रूसी विशेषज्ञों का दावा है कि जिरकोन हाइपरसोनिक मिसाइल की स्पीड इतनी ज्यादा है कि किसी भी देश की वायु रक्षा प्रणाली को समय पर इसका पता नहीं लगा सकती है.
टारगेट में पहुंचकर ही मिसाइल का चलेगा पता
दरअसल, इसके लांच का होने पता टारगेट हिट होने के बाद ही चल पाता है. यह मिसाइल ‘वैरिएबल ट्रेजेक्ट्री’ से लैस है, जिससे इसका पता लगाना मुश्किल हो जाता है. जंगी जहाज के कमांडर इगोर क्रोखमल का कहना है कि कोई भी मिसाइल के लांच और उसकी उड़ान को नहीं देख पाएगा. मिसाइल का अंदाजा तब होगा, जब वह टारगेट को निशाना बनाएंगी. मुझे नहीं लगता कि अगले कुछ वर्षों में इसका मुकाबला करने के लिए कोई मिसाइल तैयार होगी.
समुद्र व जमीन दोनों जगह पर कर सकती है मार
पुतिन ने पिछले साल दिसंबर में कहा था कि जिरकोन हमारी सबसे नई मिसाइलें हैं, जो समुद्र से समुद्र और जमीनी ठिकानों पर निशाना साध सकती है. इसके परीक्षण पूरी तरह सफल रहे हैं. यह हमारे देश के लिए एक बड़ी उपलब्धि है और रूस की रक्षा क्षमता बढ़ाने में एक महत्वपूर्ण कदम है.
पुतिन का है पसंदीदा हथियार
वहीं, रूस के सरकारी चैनल ने परमाणु हमलों की स्थिति में, जिरकोन को अमेरिकी शहरों का सफाया करने के लिए पुतिन का पसंदीदा हथियार बताया है. हालांकि, इसकी रेंज 650 मील के आसपास रखी गई है, हालांकि, क्रोखमल ने कहा है कि यह 930 मील की दूरी तक लक्ष्य पर हमला कर सकती है. इसके साथ ही यह भी बताया जा रहा है कि यह मिसाइल 7 हजार मील (11 हजार किलोमीटर से अधिक) प्रति घंटे की रफ्तार से लक्ष्य पर निशाना साध सकती है.
जंगी जहाज व पनडुब्बियों में किया जाएगा तैनात
इसे शुरू में रूसी युद्धपोतों और बाद में पनडुब्बियों से तैनात किया जाएगा. क्रेमलिन के डिप्टी प्रीमियर यूरी बोरिसोव ने कहा कि रूस ने हाइपरसोनिक हथियारों में पश्चिम को पीछे छोड़ दिया है. हम विशेष रूप से हाइपरसोनिक हथियारों के क्षेत्र में नए भौतिक सिद्धांतों के आधार पर आगे बढ़े हैं.