कोरोना वायरस से बचाव के लिए 12 से 14 वर्ष के बच्चों का टीकाकरण हुआ शुरू…

कोरोना वायरस से बचाव के लिए 12 से 14 वर्ष आयु वर्ग के बच्चों को टीकाकरण शुरू हो गया। सभी बच्चों को कार्बेवैक्स वैक्सीन दी गई। पहले दिन सांकेतिक रूप से दीनदयाल अस्पताल में ही केंद्र बनाया गया। बच्चे अभिभावकों के साथ पूरे उत्साह से टीका लगवाने पहुंचे। नए चरण का शुभारंभ डीएम सेल्वा कुमारी जे. ने फीता काटकर किया। कहा, जिस तरह से लोगों ने अभी तक टीकाकरण में सहयोग किया है, इस अभियान में भी देंगे। कहा, बेसिक शिक्षा अधिकारी के माध्यम से स्कूलों में शिविर लगाए जाएंगे।
सीएमओ डा. नीरज त्यागी ने कहा, जिले में एक लाख 55 हजार 625 बच्चों का टीकाकरण किया जाएगा। पहली खुराक के बाद 28 दिन के अंतर से दूसरी खुराक जाएगी। जिला प्रतिरक्षण अधिकारी डा. एमके माथुर व उप जिला प्रतिरक्षण अधिकारी शरद गुप्ता ने बताया कि 12 से 14 वर्ष के बच्चों को कार्बेवैक्स वैक्सीन की डोज दी जाएगी। एक जनवरी 2008 से 31 मार्च 2010 के मध्य पैदा हुए बच्चे टीका लगवा सकेंगे। इस मौके पर सीडीओ अंकित खंडेलवाल, सीएमएस डा. अनुपम भास्कर, स्टाफ नर्स गीता डे, सुपरवाइजर नीरज शर्मा आदि मौजूद रहे।
बच्चों के बोल…
मेरी आयु 13 वर्ष है। कोरोना वायरस से काफी लोग प्रभावित हुए। सोचती थी कि सरकार हमें कब टीका लगवाएगी। अब टीका लगवाकर बहुत अच्छा लग रहा।
– देवांश, विष्णुपुरी।
मैं कक्षा छह में पढ़ती हूं। कोरोना महामारी से स्कूल कालेज तक बंद हो गए। अब मैंने भी टीका लगवा लिया है। मुझे भी कोरोना का खतरा नहीं रहेगा।
– अविका, एडीए कालोनी।
कोई महामारी बताता था कोई बायोलाजिकल वेपन। एक बात पता लगी कि वैक्सीन लगने के बाद यह असर नहीं करता। इसलिए वैक्सीन लगवाने आ गई।
– अनन्या, लेडी फातिमा स्कूल।
कोरोना वायरस से सुरक्षा के लिए टीकाकरण बहुत जरूरी है। बार-बार ये बात पता चलती रही। हमारी आयु वर्ग के बच्चों का नंबर अब आया है।
– अनिक दास, राजीव नगर।
कोरोना वायरस ने काफी लोगों की जान ली है। इनमें वहीं लोग ज्यादा रहे, जिन्होंने टीका नहीं लगवाया था। हम मजबूर थे। अब आज सबसे पहले टीका लगवाया।
– अनिवेश, छात्र- संत फिदेलिस स्कूल।