चीन ने कहा-कराची विश्वविद्यालय परिसर में आत्मघाती हमले में जांच कर दोषियों को सजा दिलवाए पाकिस्तान

चीन ने बुधवार को पाकिस्तान से कहा है कि वह कराची विश्वविद्यालय परिसर में आत्मघाती हमले में जांच कर दोषियों को सजा दिलवाए। इसके साथ ही पाकिस्तान में काम कर रहे चीनी नागरिकों की सुरक्षा सुनिश्चित करे। चीन के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता वांग वेनबिन ने कहा कि इस हमले में शामिल लोगों को बड़ी कीमत चुकानी पड़ेगी। मंगलवार को एक बुर्कापोश महिला आत्मघाती हमलावर ने वैन के समीप खुद को विस्फोट में उड़ा लिया था।

बलूच लिबरेशन आर्मी ने ज‍िम्‍मेदारी ली

इस हमले में तीन चीनी नागरिक और उनका पाकिस्तानी ड्राइवर मारा गया। यह हमला चीनी नागरिकों को निशाना बनाकर किया गया था। चीन द्वारा निर्मित कन्फ्यूशियस इंस्टीट्यूट के पास हुए इस हमले की जिम्मेदारी बलूच लिबरेशन आर्मी (बीएलए) ने ली है। यह इंस्टीट्यूट विवि में स्थानीय छात्रों को चीनी भाषा की शिक्षा देता है।

उच्च शिक्षित है दो बच्चों की मां आत्मघाती हमलावर शेरी बलूच

कराची विश्र्वविद्यालय में आत्मघाती हमले को अंजाम देने वाली शारी बलोच बरमश, केच जिले में एक माध्यमिक विद्यालय की शिक्षिका थीं। उसने 2014 में शिक्षा में स्‍नातक (बीएड) और 2018 में शिक्षा में परास्‍नातक (एमएड) किया। उसने बलूचिस्तान विश्वविद्यालय से प्राणिशास्त्र में परास्‍नातक और अल्लामा इकबाल मुक्त विश्वविद्यालय से दर्शनशास्त्र में परास्‍नातक (एमफिल) भी किया। शारी के दो छोटे बच्चे हैं। उसके पति दंत चिकित्सक हैं, जबकि उसके पिता एक सरकारी एजेंसी में निदेशक के रूप में कार्यरत थे। उसके पिता तीन साल के लिए जिला परिषद के सदस्य रहे।

बलूच छात्र संगठन की सदस्‍य रही है शेरी

शेरी बलूच छात्र संगठन (बीएसओ-आजाद) की सदस्य रही। वह दो साल पहले बीएलए की मजीद ब्रिगेड में शामिल हुई। इन दो वर्षों के दौरान, शैरी ने मजीद ब्रिगेड की विभिन्न इकाइयों में सेवाएं दीं। बीएलए ने कहा कि शारी से आत्मघाती स्क्वायड में शामिल होने के बारे में फिर से विचार करने को कहा, लेकिन वह अपने निर्णय पर अडिग रही। वह बलूच नरसंहार से अवगत थी। उसे लगभग छह महीने पहले कराची लाया गया था।

बलूचिस्तान में चीन की उपस्थिति बर्दाश्त नहीं: बीएलए

बीएलए के प्रवक्ता जीयंद बलूच ने कहा कि चीनी आर्थिक, सांस्कृतिक और राजनीतिक विस्तारवाद के प्रतीक कन्फ्यूशियस इंस्टीट्यूट के निदेशक और अधिकारियों को निशाना बनाकर चीन को एक स्पष्ट संदेश दिया गया कि बलूचिस्तान में उसकी प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष उपस्थिति बर्दाश्त नहीं की जाएगी। बीएलए ने कहा कि उसने चीन को कई बार बलूच संसाधनों को लूटने से परहेज करने और बलूच नरसंहार को अंजाम देने में पाकिस्तान को सैन्य और आर्थिक रूप से सहायता करने के लिए चेतावनी दी थी।

चीन को चुनौती

जीयंद बलूच ने कहा कि चीन लोगों का शोषण करने वाली अपनी परियोजनाओं को तुरंत रोके अन्यथा भविष्य के हमले के लिए तैयार रहे। उन्होंने कहा कि बलूच लिबरेशन आर्मी की मजीद ब्रिगेड के सैकड़ों उच्च प्रशिक्षित सदस्य बलूचिस्तान और पाकिस्तान के किसी भी हिस्से में घातक हमले करने के लिए तैयार हैं। उन्होंने पाकिस्तान से कहा कि वह बलूचिस्तान की स्वतंत्रता को मान्यता दे और शांति से बलूचिस्तान से अपना कब्जा हटाए।

कराची पुलिस के पास थी हमले की खुफिया रिपोर्ट

वहीं समाचार एजेंसी आइएएनएस के अनुसार जियो न्यूज के मुताबिक अतिरिक्त महानिरीक्षक गुलाम नबी मेमन ने कहा कि कराची पुलिस के पास शहर में चीनी नागरिकों पर हमले की खुफिया रिपोर्ट थी। विदेशी नागरिकों को सुरक्षा भी मुहैया कराई गई। इस बात की जांच चल रही है कि विस्फोटक अंदर कैसे भेजे गए। 

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