बुराड़ी के मुख्य सौ फुटा रोड पर लगने वाले जाम से अगले कुछ महीनों में राहत मिलने की है उम्मीद, एक घंटे का सफर 15 मिनट में होगा पूरा

बुराड़ी के मुख्य सौ फुटा रोड पर लगने वाले जाम से अगले कुछ महीनों में राहत मिलने कर उम्मीद है। वजह यह है कि जगतपुर से हिरनकी बांध तक यमुना पुश्ता रोड का निर्माण कार्य प्रगति पर है। सिंचाई एवं बाढ़ नियंत्रण विभाग की इस योजना पर करीब 12 करोड़ रुपये खर्च किए जा रहे हैं। इसे अगले साल जनवरी तक पूरा करने का लक्ष्य है। सड़क का निर्माण कार्य इस साल जनवरी के अंत में शुरू किया गया था। इसके बनने के बाद सौ फुटा रोड पर बहुत हद तक यातायात दबाव कम होगा। जिससे सौ फुटा रोड पर जाम से राहत मिलेगी। यही कारण है कि इलाके के लोग भी यमुना पुश्ता रोड के निर्माण कार्य को पूरा होने का बेसब्री से इंतजार कर रहे हैं।

दरअसल, बुराड़ी विधानसभा क्षेत्र के लोगों के लिए बाइपास से लेकर हिरनकी बांध तक मुख्य सौ फुटा रोड किसी लाइफलाइन से कम नहीं है। मौजूदा समय में क्षेत्र के 10 गांवों व एक सौ से अधिक कालोनियों की बड़ी आबादी आवागमन के लिए सौ फुटा रोड का ही इस्तेमाल करती है। जाहिर है कि रोड पर हर वक्त यातायात का दबाव बना रहता है। खासकर सुबह शाम पीक आवर में बुराड़ी गांव से बाहरी रिंग रोड पर बाइपास तक पहुंचने में वाहन चालकों को 15 मिनट के बदले एक घंटा का भी समय लग जाता है।

बुराड़ी निवासी रामावतार बताते हैं कि आबादी बढ़ने के साथ वाहनों की संख्या बढ़ने से सड़क पर यातायात दबाव तो बढ़ा ही है, लेकिन अतिक्रमण व कई जगहों पर सड़क पर बिजली के ट्रांसफर्मर व खंभे भी सुगम आवागमन में बाधक बन रहे हैं। ऐसे में यमुना पुश्ता रोड का निर्माण कार्य जल्द ही पूरा करने की जरूरत है।

पुश्ता रोड बनने के बाद हिरनकी, नत्थूपुरा, इब्राहिमपुर, कादीपुर, कुशक, केशव नगर के साथ प्रधान कालोनी, बाबा कालोनी, विजय कालोनी, सुनील कालोनी आदि दर्जनों कालोनियों के लोगों को आइएसबीटी की ओर जाने के लिए सौ फुटा रोड पर आने की जरूरत नहीं पड़ेगी। ऐसे लोग पुश्ता रोड से जगतपुर होते हुए सीधे वजीराबाद के निकट बाहरी रिंग रोड पर पहुंच जाएंगे। यही कारण है कि सौ फुटा रोड पर ट्रैफिक कम होगा। जिससे जाम से भी निजात मिलेगी। क्षेत्र के विधायक संजीव झा ने बताया कि यमुना पुश्ता रोड का निर्माण कार्य समय पर पूरा हो, इसके लिए हर संभव कोशिश जारी है।

Related Articles

Back to top button
T20: भारत का क्लीन स्वीप जानिये कितने खतरनाक हैं कबूतर। शतपावली: स्वस्थ रहने का एक आसान उपाय भारतीय मौसम की ALERT कलर कोडिंग In Uttar Pradesh Call in Emergency