भोपाल इन्वेस्टमेंट एन्ड डेवलपमेंट’ समूह के सदस्यों ने की चिकित्सा शिक्षा मंत्री विश्वास सारंग से मुलाकात

ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट इस बार भोपाल में आयोजित की जाए इस मांग को लेकर भोपाल इन्वेस्टमेंट एन्ड डेवलपमेंट’ समूह के सदस्यों ने चिकित्सा शिक्षा मंत्री विश्वास सारंग से मुलाकात की।

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भोपाल ने आई.टी और औद्योगिक विकास के लिए काम कर रहे भोपाल के लोगों के ग्रुप ‘भोपाल इन्वेस्टमेंट एन्ड डेवलपमेंट’ के सदस्यों से सारंग से भेंट करके ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट को भोपाल में रखवाने के लिए ज्ञापन सौंपा। ग्रुप के सदस्यों ने बताया कि भोपाल अब ग्लोबल इन्वेस्टर सम्मिट जैसी प्रतिष्ठित सम्मिट के लिए पूरी तरह तैयार है। भोपाल में एक से बढ़कर एक शानदार पांच सितारा होटल जैसे ताज, मैरियट, रेडिसन, जेहां नुमा इत्यादि है जो खास मेहमानों का खयाल रख सकते हैं जो ऐसी बड़ी सम्मिट में देश और विदेश से आते हैं। समूह प्रमुख रजत पल्लव सिंह ने कहा कि भोपाल में एक नहीं बल्कि दो कन्वेंशन सेंटर – कुशाभाऊ ठाकरे कन्वेंशन सेंटर और रवींद्र भवन कन्वेंशन सेंटर हैं जो कि नए सिरे से तैयार किए गए हैं। ऐसी सम्मिट के आयोजन के लिए इसका उपयोग किया जा सकता है। सदस्यों ने बताया कि भोपाल की एयर कनेक्टिविटी लगातार बढ़ती जा रही है। देश के कोनों से निवेशकों के लिए अब भोपाल पहुंचना सरल हो गया है। भोपाल अब बेंगलुरु, पुणे, हैदराबाद, अहमदाबाद, रायपुर, आगरा, प्रयागराज, कोचीन, चेन्नई से भी जुड़ गया है। जहां कुछ समय पहले केवल दिल्ली और मुंबई के लिए ही फ्लाइट मिला करती थी।

सेक्टर आधारित मिनी सम्मिट रखने का भी सुझाव

सिंह ने कहा कि अभी हाल ही में घोषणा हुई है कि देश के 11 प्रमुख इंडस्ट्रियल कॉरिडोर में से एक दिल्ली नागपुर इंडस्ट्रियल कॉरिडोर भोपाल के पास से गुजरेगा जिससे भोपाल के आसपास बड़े औद्योगिक क्षेत्र विकसित होंगे और बड़े स्तर पर निवेश आएगा। एक और अति महत्वाकांक्षी भोपाल – इंदौर इंडस्ट्रियल कॉरिडोर पर राज्य सरकार के द्वारा काम शुरू हो गया है। 30 हज़ार एकड़ भूमि पर आने वाले इस मेगा इंडस्ट्रियल क्लस्टर पूरी इंडस्ट्रियल में अनेकों स्पेशल इकोनामिक जोन स्थापित होंगे। ग्रुप की तरफ से मिलने वाले सदस्यों में रजत, आशीष कोलारकर, संजय अग्रवाल, अवधेश महेश्वरी, कपिल गोंदिया और श्रीनिधि धर्माधिकारी अन्य सदस्यों के साथ शामिल थे। ग्रुप के सदस्यों ने भोपाल में सेक्टर आधारित मिनी सम्मिट रखने का भी सुझाव दिया। ऐसी सेक्टर आधारित मिनी सम्मिट रखने से निवेशकों के साथ ज्यादा करीबी संवाद स्थापित किया जा सकेगा जो एक बहुत बड़ी सम्मिट में अक्सर नहीं हो पाता। ग्रुप के सदस्यों ने बताया कि भोपाल में प्रतिभा की कोई कमी नहीं है इसीलिए हर साल नामी-गिरामी सॉफ्टवेयर कंपनियां जिनमें माइंड ट्री, हेक्सा वेयर, परसिस्टेंट, L&T इन्फोटेक, टेक महिंद्रा टीसीएस और इंफोसिस जैसी कंपनियां भोपाल से हजारों इंजीनियरिंग स्टूडेंट्स का चयन करती हैं और बड़े पैकेज ऑफर करती हैं। विश्वास सारंग ने सदस्यों की सारी बातों को ध्यान पूर्वक सुनकर भोपाल के विकास संबंधी सभी सदस्यों के विचार जाने और गंभीरता पूर्वक विचार करने का आश्वासन दिया।

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