उतराखंड में चारधाम यात्रा मार्ग सुचारू , लेकिन अब भी करीब 100 मार्ग बंद

आज बुधवार को भी उत्‍तराखंड के अधिकतर इलाकों में मौसम खराब बना हुआ है। लगभग सभी पर्वतीय और मैदानी इलाकों में रुक-रुक कर बारिश का दौर जारी है। चारधाम यात्रा मार्ग सुचारू है लेकिन अब भी प्रदेश में छोटे-बड़े करीब 100 मार्ग बंद हैं।

वहीं मौसम विज्ञान केंद्र के निदेशक बिक्रम सिंह के अनुसार बुधवार को भी प्रदेश में मौसम का असर मिला-जुला रह सकता है। देहरादून, टिहरी, पौड़ी, नैनीताल, चंपावत और बागेश्वर में कहीं-कहीं तीव्र बौछारें पड़ सकती हैं। अन्य जिलों में गरज के साथ हल्की बौछारों के आसार हैं।

चारधाम यात्रा मार्ग सुचारू, जोशीमठ-मलारी हाईवे खुला

उत्तराखंड में भारी वर्षा के चलते जनजीवन प्रभावित है। खासकर पर्वतीय जिलों में दुश्वारियां बनी हुई हैं। चारधाम यात्रा मार्ग सुचारू हैं, लेकिन अब भी प्रदेश में छोटे-बड़े करीब 100 मार्ग बंद हैं। केवल गढ़वाल मंडल में ही करीब 70 ग्रामीण मोटर मार्ग बंद पड़े हैं। मंगलवार को गोपेश्वर-मलारी हाईवे भी 14 घंटे बाद खुल गया।प्रदेश में मौसम के बदले मिजाज के बीच भारी वर्षा का दौर जारी है। चमोली जिले में सोमवार दोपहर साढ़े तीन बजे से काली मंदिर के पास बंद पड़ा जोशीमठ-मलारी हाईवे

दीवार ढहने से मकान क्षतिग्रस्त

टिहरी में मयाली-घनसाली मोटर मार्ग पिछले दो सप्ताह से पुल क्षतिग्रस्त होने से अवरुद्ध है, वहीं जिले में कुल 22 मोटर मार्ग अवरुद्ध चल रहे हैं। इसके अलावा, टिहरी में मंगलवार सुबह कोरदी गांव में दीवार ढहने से गोदाबंरी देवी का मकान क्षतिग्रस्त हो गया।

बीते दिनों हुई वर्षा से जिले में करीब एक दर्जन मकान क्षतिग्रस्त हो चुके हैं। खतरे को भांपते हुए ग्रामीणों ने पहले ही घर छोड़ दिए थे, इसलिए कोई जनहानि नहीं हुई।

14 घंटे बाद मंगलवार को सुबह छह बजे करीब यातायात के लिए खुल गया। रुद्रप्रयाग जिले में वर्षा के चलते  आने से मोटर मार्ग अवरुद्ध होने का सिलसिला बना हुआ है।उधर, पौड़ी जिले में कर्णप्रयाग-पैठाणी राज्य मार्ग समेत 15 मोटर मार्ग मंगलवार को भी नहीं खुल सके। वर्षा के कारण जगह-जगह मलबा आने से ये मार्ग बाधित हैं। बुल्डोजर से इन मार्गों को खोलने के प्रयास किए जा रहे हैं।

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