MP के गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा ने राहुल गांधी को बताया इच्छाधारी हिन्दू

भोपाल: कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ और बीजेपी के खिलाफ बीते दिनों एक बयान दिया था जो अब तूल पकड़ता जा रहा है। वहीँ दूसरी तरफ पूर्व कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी के बयान पर बीजेपी ने पलटवार किया है और उनके खिलाफ एफआईआर करवाने की बात कही जा रही है। जी दरअसल बीते दिन ही बीजेपी विधायक रामेश्वर शर्मा ने पुलिस को इस बाबत ज्ञापन सौंपा है. वहीँ अब उनके बाद गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा ने राहुल गांधी को इच्छाधारी हिन्दू बताया है। हाल ही में MP के गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा ने कहा, ‘राहुल गांधी इच्छाधारी हिंदू हैं। सुविधानुसार टोपी और टीका लगाते हैं। धार्मिक पर्यटन पर जाते हैं और धार्मिक पर्यटन से आने के बाद वैमनस्यता फैलाते हैं। अभी तक मैं समझता था राहुल गांधी में बालपन है, लेकिन आरएसएस पर की गई उनकी टिप्पणी पीड़ादायी है। संघ को ये क्या समझ पाएंगे। जब किसी संस्था का व्यक्ति का मूल पिंड विदेशी होता है तो यह विसंगति होती है। कानून विशेषज्ञों से राय ली जाएगी एफआईआर किए जाने के संबंध में।’

क्या कहा था राहुल गाँधी ने- जी दरअसल कांग्रेस की महिला इकाई ‘अखिल भारतीय महिला कांग्रेस’ के स्थापना दिवस समारोह के दौरान संबोधन देते हुए राहुल गांधी ने कहा था, ‘वे (आरएसएस और भाजपा) अपने आपको हिंदू पार्टी कहते हैं और लक्ष्मी जी और मां दुर्गा पर आक्रमण करते हैं। फिर कहते हैं कि वे हिंदू हैं। ये लोग झूठे हिंदू हैं। ये लोग हिंदू नहीं हैं। ये हिंदू धर्म का इस्तेमाल करते हैं।’ इसी के साथ राहुल गांधी ने यह भी कहा कि, ‘भाजपा और आरएसएस के लोगों ने पूरे देश में डर फैलाया है, किसान डरे हुए हैं, महिलाएं डरी हुई हैं. आरएसएस महिला शक्ति को दबाता है, लेकिन कांग्रेस का संगठन महिला शक्ति को समान मंच देता है।’

वहीँ इस दौरान राष्ट्रीय स्वंयसेवक संघ को निशाने पर लेते हुए राहुल ने कहा था, ”आरएसएस वाले जो भ्रमित हो गए हैं, जिनके दिमाग में हिंदू धर्म के बारे में भ्रम घुस गया है। इनके दिमाग से प्यार से हमें यह भ्रम निकालना है और जो इनका डर है, उसको निकालना है और उनके भीतर प्रेम पैदा करना है। यह हमारा काम है। देश में आरएससस और भाजपा की सरकार है। इनकी विचारधारा और हमारी विचारधारा अलग अलग हैं। कांग्रेस की विचारधारा गांधी की विचारधारा है। गोडसे और सावरकर की विचारधारा और हमारी विचारधारा में क्या फर्क है, इसे हमें समझना होगा।”

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