विजय शेखर शर्मा बने पेटीएम के सीईओ और एमडी

पेटीएम की पैरेंट कंपनी वन97 कम्युनिकेशंस के शेयरों में सोमवार को शुरुआती कारोबार के दौरान 4 फीसदी तक की तेजी आई। कंपनी के शेयर शुरुआती कारोबार में 800 रुपये के पार चला गया था। आपको बता दें कि पेटीएम के शेयरों में यह तेजी के पीछे एक बड़ी वजह है। वह यह है कि  शेयरधारकों ने विजय शेखर शर्मा की फिर से पेटीएम के सीईओ और एमडी के तौर पर नियुक्ति के लिए मंजूरी दे दी है। बता दें कि शुक्रवार को पेटीएम का एजीएम बैठक में करीब 99.67 फीसदी शेयरधारकों ने विजय शेखर शर्मा के पक्ष में वोट किया। सिर्फ 0.33 फीसदी शेयरधारकों ने प्रस्ताव के खिलाफ वोट किया। हालांकि निवेशक सलाहकार फर्म आईआईएएस ने इस पद पर शर्मा की दोबारा नियुक्ति के खिलाफ अनुशंसा की थी।

AGM में उठे कई सवाल
आपको बता दें कि पेटीएम के शेयरों में लगातार नुकसान से शेयरहोल्डर्स में विजय शेखर शर्मा को लेकर नाराजगी थी। दरअसल, पेटीएम की शेयर बाजार में लिस्टिंग हुई, तब से कंपनी अपने आईपीओ वाले निवेशकों को मुनाफा नहीं दे सकी है। कंपनी के शेयर भाव में 70 फीसदी तक की गिरावट आ चुकी है। इन परिस्थितियों के बीच, पेटीएम की 22वीं वार्षिक आमसभा (एजीएम) बैठक में कंपनी के शेयर भाव को लेकर सवाल पूछे गए। शेयरधारकों ने प्रबंधन से पूछा कि शेयर कीमत को आईपीओ के समय के भाव के करीब पहुंचाने के लिए किस तरह के कदम उठाए जा रहे हैं। शर्मा ने शेयरधारकों के सवाल के जवाब में कहा कि प्रबंधन यह सुनिश्चित करने में लगा है कि कंपनी वृद्धि करे और बढ़ते कारोबार के लिए तगड़ा मुनाफा भी कमाए।

शर्मा ने किए कई वादे
आईआईएएस ने कहा था कि शर्मा ने कंपनी को लाभदायक बनाने के लिए अतीत में कई वादे किए थे, लेकिन ये वादे पूरे नहीं हुए। शेयरधारकों ने शर्मा के साथ ही पेटीएम के अध्यक्ष और समूह के मुख्य वित्तीय अधिकारी मधुर देवड़ा के वेतन पैकेज को भी मंजूरी दी। लगभग 94.48 प्रतिशत शेयरधारकों ने शर्मा के पारिश्रमिक के पक्ष में मतदान किया और 5.52 प्रतिशत ने इसका विरोध किया। देवड़ा के पारिश्रमिक को मंजूरी देने के प्रस्ताव के मामले में भी ऐसा ही समर्थन देखने को मिला।
शर्मा ने कहा, ‘‘शेयर की कीमत में उतार-चढ़ाव पर हमारा कोई दखल नहीं होता है। इसके कई कारक होते हैं। इसमें कंपनी के लाभ में होने का पहलू काफी अहम होता है। इसके अलावा कंपनी की कारोबार वृद्धि की भूमिका भी अहम होती है। इसके साथ वृहद एवं सूक्ष्म आर्थिक स्थिति, अंतरराष्ट्रीय निवेशक और कई अन्य धारणाओं की भी शेयर कीमत तय करने में भूमिका होती है।’’ वहीं, शर्मा ने पेटीएम को मुनाफे वाली कंपनी बनाने का वादा किया है।

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