सीएम योगी ने कानपुर एवं आगरा मेट्रो की प्रथम प्रोटोटाइप ट्रेन का किया वर्चुअल अनावरण

गोरखपुर, उत्तर प्रदेश को अपने मुख्यमंत्रित्व काल में विकास की राह पर सरपट दौड़ाने को आतुर योगी आदित्यनाथ ने शनिवार को प्रदेश को बड़ी सौगात दी। ताजनगरी आगरा तथा कानपुर के लिए यह तोहफा काफी बहुमूल्य तथा उपयोगी है।

सीएम योगी आदित्यनाथ शुक्रवार दोपहर से अपनी कर्मभूमि गोरखपुर के दौरे पर हैं। शनिवार को नित्य क्रिया पूजा-पाठ, गौ-सेवा तथा जनता दर्शन के बाद सीएम योगी आदित्यनाथ ने गोरखनाथ मंदिर के प्रांगण में बने अपने कार्यालय से वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए कानपुर और आगरा मेट्रो की प्रथम प्रोटोटाइप ट्रेन का अनावरण किया। इस दौरान उन्होंने उम्मीद जताई की यह मेट्रो ट्रेन आगरा तथा कानपुर के विकास का मील का पत्थर साबित होंगी।  

मुख्यमंत्री ने कहा कि यह अत्यंत उल्लास का क्षण है। मुझे प्रसन्नता की अनुभूति हो रही है कि देश की सबसे बड़ी आबादी का राज्य, उत्तर प्रदेश आज अपने चार शहरों में पब्लिक ट्रांसपोर्ट की इस बेहतरीन सुविधा का संचालन करने के लिए प्रयासरत है। वास्तव में मेट्रो जैसा सुरक्षित और आरामदायक पब्लिक ट्रांसपोर्ट आज की आवश्यकता है। कानपुर एवं आगरा मेट्रो की प्रथम प्रोटोटाइप ट्रेन के वर्चुअल अनावरण के अवसर पर पब्लिक ट्रांसपोर्ट सिस्टम में एक बेहतरीन सुविधा उपलब्ध कराने के लिए यूपी मेट्रो कारपोरेशन और मेसर्स एल्सटॉम ट्रांसपोर्ट इंडिया लिमिटेड के पदाधिकारियों को मैं बधाई देता हूं।

सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा कि अभी प्रदेश में लखनऊ, गाजियाबाद, नोएडा और ग्रेटर नोएडा में मेट्रो सेवा संचालित है। वर्तमान में कानपुर और आगरा में मेट्रो की पब्लिक ट्रांसपोर्ट सेवा को उपलब्ध कराने के लिए यूपी मेट्रो रेल कारपोरेशन युद्ध स्तर पर कार्य कर रहा है। गोरखपुर, वाराणसी, प्रयागराज, झांसी और मेरठ में भी मेट्रो की सेवा के लिए या तो डीपीआर भेजी जा चुकी है या फिर यह प्रक्रिया अंतिम स्थिति में है। शीघ्र ही इन शहरों में भी पब्लिक ट्रांसपोर्ट की इस बेहतरीन सेवा को उपलब्ध कराने की स्थिति में होंगे। उन्होंने कहा कि कोरोना कालखंड में यूपी मेट्रो रेल कारपोरेशन की ‘बिना रुके, बिना थके, बिना डिगे’ की कार्यपद्धति सभी ने देखी है। यही कारण है आगामी 30 नवंबर के आस-पास हम कानपुर मेट्रो रेल राष्ट्र को समर्पित करने की स्थिति में होंगे।

सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा कि प्रयास होगा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के हाथों से इसका शुभारंभ कराया जाए। सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा कि मेट्रो रेल सेवा से अब प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की आत्मनिर्भर भारत की परिकल्पना भी साकार हो रही है। मुख्यमंत्री ने आगरा व कानपुर मेट्रो के प्रथम प्रोटोटाइप ट्रेन के वर्चुअल अनावरण के दौरान वड़ोदरा से जुड़े यूपी मेट्रो रेल कारपोरेशन के प्रबंध निदेशक, मेसर्स एचटाम इंडिया ट्रांसपोर्ट लिमिटेड के प्रबंध निदेशक समेत सभी अधिकारियों व कर्मचारियों को इसके लिए बधाई भी दी।

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि मेट्रो पब्लिक ट्रांसपोर्ट का बेहतरीन माध्यम है। उन्होंने इस बात पर खुशी जताई कि वड़ोदरा के उपक्रम में कोविड काल की प्रतिकूल परिस्थितियों के बावजूद प्रथम प्रोटोटाइप ट्रेन को समय से पहले उपलब्ध कराया गया है।

मुख्यमंत्री ने दिखाई झंडी, रवाना हुए कानपुर मेट्रो के कोच

लंबे समय के इंतजार के बाद आखिर शनिवार सुबह गुजरात के सामली प्लांट से कानपुर मेट्रो के तीन कोच रवाना हो गए। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सुबह गोरखपुर से ही वर्चुअल तरीके से हरी झंडी दिखाकर कोच को प्लांट से रवाना किया। यह कोच अगले 10 से 12 दिन में कानपुर में पॉलिटेक्निक स्थित डिपो पहुंच जाएंगे। वहां अगले कुछ दिन इनकी असेंबलिंग होगी। उसके बाद पॉलिटेक्निक स्थित डिपो में ही उनका परीक्षण किया जाएगा। मेट्रो को पॉलिटेक्निक के अंदर बनाए गए ट्रैक पर ही इन्हें चला कर देखा जाएगा और इसे अधिकतम 90 किलोमीटर प्रति घंटे की स्पीड पर इसका परीक्षण होगा।

आगरा मेट्रो में होंगे दो कॉरिडोर

ताजनगरी आगरा में आगरा मेट्रो रेल परियोजना में दो कॉरिडोर होंगे। यह दोनों शहर के बीचों बीच से गुजरेंगे और ताजमहल, आगरा किला और सिकंदरा के साथ-साथ आईएसबीटी, राजा की मंडी रेलवे स्टेशन, मेडिकल कॉलेज, आगरा छावनी रेलवे स्टेशन समेत कई प्रमुख पर्यटन स्थलों को जोड़ेंगे। इसमें सिकंदरा से ताज ईस्ट गेट की लंबाई 14.00 किमी है और इसमें 13 स्टेशन है। जिनमें छह एलिवेटेड़ और 7-अंडरग्राउंड शामिल हैं। आगरा कैंट से कालिंदी विहार कॉरिडोर की लंबाई 15.40 किमी है, जिसमें सभी 14 स्टेशन एलिवेटेड हैं। आगरा मेट्रो रेल परियोजना से शहर की लगभग 20 लाख आबादी के लाभान्वित होने की संभावना है।

कानपुर के दो कॉरिडोर में 30 स्टेशन

पूरब के मैनचेस्टर कानपुर में कानपुर मेट्रो में दो कॉरिडोर का निर्माण काम तेजी से चल रहा है। कॉरिडोर -1 का प्राथमिकता वाला भाग दिसंबर 2021 से शुरू होने की उम्मीद है। यह दुनिया में सबसे तेजी से बनने वाली और कमीशन वाली मेट्रो प्रणाली होगी। फेज- 1 में आइआईटी कानपुर से नौबस्ता तक पहले कॉरिडोर पर 22 मेट्रो स्टेशन और एग्रीकल्चर यूनिवर्सिटी से बर्रा 8 तक दूसरे कॉरीडोर पर 8 मेट्रो स्टेशन बनाए जाएंगे।

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