AAP नेता ने भाजपा को ले कर किया ये बड़ा दावा, कहा…

दिल्ली में नगर निगम चुनाव (MCD Election) से पहले आम आदमी पार्टी (AAP)और भारतीय जनता पार्टी (BJP)के बीच आरोप-प्रत्यारोप का दौर जारी है। अब आम आदमी पार्टी के नेता दुर्गेश पाठक ने आरोप लगाया है कि एमसीडी की ऑडिट रिपोर्ट में एक बीजेपी का एक नया घोटाला सामने आया है। एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में दुर्गेश पाठक ने कहा कि 4 कंपनियों को 3250 रुपये प्रति मीट्रिक टन कूड़ा उठाने का टेंडर दिया गया। 2 साल बाद नई कंपनी को ऑनलाइन टेंडर से 800 रुपये प्रति मीट्रिक टन का ठेका दे दिया गया। दुर्गेश पाठक ने दावा किया कि भाजपा ने 86 करोड़ रुपये का घोटाला किया है। दुर्गेश पाठक ने कहा, ‘यह ऑडिट रिपोर्ट मैंने नहीं बल्कि एमसीडी ने खुद बनाई है। इस रिपोर्ट से पता चलता है कि बीजेपी ने एक बड़े दिलचस्प तरीक से भ्रष्टाचार किया। भाजपा ने कूड़ा उठवाने में बड़ा करप्शन किया। ये भ्रष्टाचार लगभग 86 करोड़ रुपये का है। साल 2020 में जब कूड़े को उठाने के लिए एक टेंडर हुआ। यह टेंडर 4 कंपनियों को दिया गया और लगभग 3250 रुपये प्रति मीट्रिक टन के हिसाब से दिया गया।

लगभग 2 साल तक यह चारों कंपनियां कूड़ा उठाती हैं और फिर एक दिन इनका लाइसेंस कैंसिल कर दिया जाता है। इसके बाद एक नया लाइसेंस जारी किया गया। इसके लिए ऑनलाइन बीडिंग हुई। जिस कूड़े को इन्होंने 3250 रुपये  प्रति मीट्रिक टन के हिसाब से दिया था उसी कूड़े को इस बार 800 रुपये प्रति मीट्रिक टन के हिसाब से दिया गया। आप सोच सकते हैं कि लगभग 2200 रुपये प्रति मीट्रिक टन के हिसाब से करप्शन किया गया। यह मैं नहीं कह रहा बल्कि एमसीडी का ऑडिटर कह रहा है।’ 

आप विधायक दुर्गेश पाठक ने एलजी वीके सक्सेना से भी जवाब मांगा है कि जब कूड़ा उठान 800 रुपये प्रति मीट्रिक टन में हो सकता था तो भाजपा ने पहले 3250 प्रति मीट्रिक टन का टेंडर क्यों दिया? साथ ही पुरानी कंपनियों ने जीपीएस लगवाने से भी मना कर दिया था। इसके बावजूद भाजपा ने लंबे समय तक उनसे कूड़ा क्यों उठावाया? दुर्गेश पाठक के अनुसार ऑडिट रिपोर्ट जून की है। उन्होंने पूछा कि अब तक इस मामले में कोई जांच क्यों नहीं हुई?

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