सरयू रॉय ने दी ईडी को ये सलाह, कहा…

मनरेगा घोटाला और मनी लाउंड्रिंग केस की आरोपी झारखंड की निलंबित खान सचिव पूजा सिंघल की चल और अचल संपत्तियां ईडी जब्त करनी वाली है। ईडी ने इसकी तैयारी शुरू कर दी है। खबरें हैं कि ईडी अगले हफ्ते पूजा सिंघल सहित उनके पति अभिषेक झा और सीए सुमन कुमार की भी चल और अचल संपत्तियां सीज करेगी। इन संपत्तियों में राजधानी रांची के बरियातू में स्थित अत्याधुनिक सुविधाओं वाला पल्स सुपर-स्पेशियलिटी हॉस्पिटल और डायग्नोस्टिक सेंटर भी है। वरिष्ठ विधायक सरयू राय ने इस संबंध में अपनी प्रतिक्रिया दी है। 

सरयू राय ने अस्पताल के संचालन की सलाह दी
पूर्वी जमशेदपुर से निर्दलीय विधायक और पूर्ववर्ती रघुवर सरकार में मंत्री रहे वरिष्ठ विधायक सरयू रॉय ने ट्वीट कर केंद्रीय जांच एजेंसी को एक सलाह दी है। अपने आधिकारिक ट्विटर हैंडल पर सरयू रॉय ने लिखा है कि पूजा सिंघल की संपत्ति कब्जे में लेने के बाद ईडी चाहे तो पल्स अस्पताल का नाम बदलकर प्रवर्तन भवन कर दे। लेकिन, ये व्यवस्था करे कि जो भवन गलत तरीका अपनाकर अस्पताल के लिए बना था उस भवन में सही तरीके से अस्पताल का ही संचालन हो। नाम चाहे पल्स हो या प्रवर्तन। 

खूंटी जिले में हुआ था 18 करोड़ का मनरेगा घोटाला
गौरतलब है कि 16 फरवरी 2009 से 19 जुलाई 2010 के बीच पूजा सिंघल के खूंटी डीसी के पद पर रहने के दौरान मनरेगा का 18.06 करोड़ का घोटाला हुआ था। डीसी रहते हुए पूजा सिंघल ने बगैर काम कराए ही फंड की निकासी करा ली थी। इसके बाद कमीशन के तौर पर मोटी राशि वसूली थी। ईडी की जांच में यह बात सामने आयी है कि पल्स हॉस्पिटल के निर्माण के लिए मेसर्स यूनिक कंस्ट्रक्शन के अक्षत कत्याल को पूजा सिंघल ने दो करोड़ कैश दिए थे। यह राशि अक्षत को अपने आवास पर बुलाकर साल 2020 में दी गई थी।

ईडी ने अब तक की जांच में पाया है कि निर्माण कंपनी को कुल 6.19 करोड़ का भुगतान दिया गया था। वहीं सुमन कुमार ने भी अपनी स्वीकारोक्ति बयान में बताया था कि उसने पांच बार 10- 10 लाख रुपये कैश अस्पताल में जमा कराया था। यह राशि अवैध तरीके से अर्जित की गई थी। लेकिन अस्पताल में जमा करा कर इस काली कमाई को वैध किया गया था। जांच में यह बात भी सामने आयी थी कि अस्पताल के निर्माण में 42.85 करोड़ रुपये का खर्च हुआ, लेकिन कागज पर खर्च महज 13.19 करोड़ दिखाया गया।

Related Articles

Back to top button
T20: भारत का क्लीन स्वीप जानिये कितने खतरनाक हैं कबूतर। शतपावली: स्वस्थ रहने का एक आसान उपाय भारतीय मौसम की ALERT कलर कोडिंग In Uttar Pradesh Call in Emergency