श्रद्धा हत्याकांडके आरोपी आफताब ने नार्को टेस्ट में इन सवालों पर साधी राखी चुप्पी…

श्रद्धा हत्याकांड में आरोपी आफताब पूनावाला का गुरुवार को कड़ी सुरक्षा के बीच रोहिणी स्थित अंबेडकर अस्पताल में नार्को टेस्ट किया गया। साजिश और सबूतों से जुड़े सवालों पर आफताब काफी देर तक खामोश रहा। करीब दो घंटे तक चला यह टेस्ट पूरी तरह से सफल रहा। अब रिपोर्ट का इंतजार किया जा रहा है। माना जा रहा है कि टेस्ट से पुलिस के हाथ कुछ अहम जानकारियां मिलीं हैं, जिसके आधार पर तफ्तीश को आगे बढ़ाया जाएगा।

नार्को टेस्ट की प्रक्रिया के दौरान अस्पताल के बाहर सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए गए थे। दिल्ली की साकेत कोर्ट से मिली इजाजत के बाद इस टेस्ट को कराया गया। एफएसएल के असिस्टेंट डायरेक्टर संजीव गुप्ता के मुताबिक नार्को टेस्ट के दौरान एफएसएल के मनोवैज्ञानिक, टेक्नीशियन, फोटो एक्सपर्ट और अंबेडकर अस्पताल की मेडिकल टीम मौजूद थी।

कुछ सवालों के जवाब में लगाया समय : एफएसएल सूत्रों के मुताबिक आफताब ने ज्यादातर सवालों के जवाब दिए। खास बात यह है कि उसने ज्यादातर जवाब अंग्रेजी में ही दिए, लेकिन कुछ सवालों के जवाब देने में थोड़ा समय भी लिया। टेस्ट के दौरान आफताब कई सवालों में कुछ देर तक चुप रहा, लेकिन टीम ने उससे सवाल को दोहराया और जवाब देने को कहा जिसके बाद उसने जवाब दिया। नार्को टेस्ट के बाद उसे कुछ देर तक डॉक्टर्स के ऑब्जरवेशन में रखा गया था। बाद में वह कड़ी सुरक्षा के बीच अस्पताल से तिहाड़ के लिए रवाना कर दिया गया।

कई सिम का इस्तेमाल करता रहा आरोपी : आरोपी कई सिम का इस्तेमाल करता था। दरअसल विभिन्न ऐप और सोशल मीडिया के साइट पर इसकी आईडी अलग-अलग सिम पर बनाई गई हैं। इसके अलावा पुलिस को यह भी जानकारी मिली कि कई बार वह अपने मोबाइल फोन बंद कर शवों के टुकड़े फेंकने जाता था। इस बात के मद्देनजर पुलिस जहां कई सिम का इस्तेमाल करने को लेकर जानकारी जुटा रही थी, वहीं इस बारे में नार्को टेस्ट के दौरान भी उससे पूछताछ कर यह भी पता लगाने का प्रयास किया कि वह ऐसा क्यों करता था? पुलिस के इन सवालों के जवाब भी आफताब ने दिए।

दो दिन के भीतर पेश होगी रिपोर्ट : फॉरेंसिक साइंस लेबोरेटरी (एफएसएल) के सूत्रों के मुताबिक आफताब की पॉलीग्राफ टेस्ट रिपोर्ट दो दिनों के भीतर प्रस्तुत की जाएगी। नार्को टेस्ट के बाद आरोपी पॉलीग्राफ रिपोर्ट में आफताब से पूछे गए सभी सवाल और उस पर उनके जवाब होंगे। हर जवाब के लिए, एफएसएल अधिकारी रीडिंग के आधार पर अपनी राय साझा करेंगे कि आफताब ने सच्च बोला या झूठ। साथ ही नार्कोट की रिपोर्ट भी साझा करेंगे। इसके बाद यह देखा जाएगा कि उसने किन सवालों के जवाब सहीं नही दिए हैं।

अब तक करीब 50 के बयान रिकॉर्ड किए : श्रद्धा हत्याकांड की जांच में जुटी स्पेशल इनवेस्टीगेशन टीम (एसआईटी) ने अब तक करीब 50 लोगों के बयान रिकॉर्ड किए हैं। इसमें श्रद्धा के दोस्त, आफताब के दोस्त, दोनों के कॉमन दोस्त और परिवार के लोग हैं शामिल। वहीं पुलिस पॉलिग्राफ व नार्को टेस्ट की रिपोर्ट आने के बाद भी कुछ लोगों के बयान रिकॉर्ड कर सकती है।

कबूलनामे की कानूनी वैधता नहीं होती : दावे किए जा रहे हैं कि आफताब ने पॉलीग्राफ और नार्को टेस्ट में श्रद्धा के टुकड़े करने की बात कबूल ली है, लेकिन विशेषज्ञों का कहना है कि कथित कबूलनामों की कोई निर्णायक कानूनी वैधता नहीं है। सेवानिवृत्त न्यायाधीश सोढ़ी का मानना है कि कानून के अनुसार, मजिस्ट्रेट के सामने कबूलनामा स्वीकार्य साक्ष्य है और इससे पुलिस को मामला सुलझाने में मदद मिलती है, लेकिन वीडियो कॉन्फ्रेंस के जरिए किए गए कबूलनामे से पक्ष मजबूत नहीं होता।

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