एक साल में 13 लाख से अधिक मतदाता जोड़े गए, बढ़ी वोटरों की संख्या

मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव से पहले निर्वाचन विभाग वोटर लिस्ट को अपडेट करने की जुगत में जुट गया है। विशेष अभियान चलाकर, वोटर लिस्ट की समीक्षा करके नए मतदाताओं को लिट् में जोड़ा जा रहा है। सूबे में पिछले एक साल में 13 लाख से अधिक मतदाता जोड़े गए हैं, जिससे वोटरों की की संख्या 5.39 करोड़ से अधिक हो गई है। जोड़े गए नए वोटरों में 11.8 लाख से अधिक यानी 91 फीसदी पहली बार के मतदाता हैं, जिनकी उम्र 18 से 19 साल के बीच है।

5 साल में बढ़े 32 लाख वोटर्स  

मध्य प्रदेश के मुख्य निर्वाचन अधिकारी अनुपम राजन ने बताया कि 2018 के विधानसभा चुनावों के दौरान राज्य का कुल वोटबेस 5.07 करोड़ था और अब कुल वोटरों की संख्या 5.39 करोड़ हो गयी है, जिसका मतलब है कि तब से 32 लाख अधिक मतदाता जोड़े गए हैं। पिछले एक साल में 13 लाख नए मतदाता जोड़े गए हैं। 2018 चुनाव के बाद पिछले पांच सालों में ये संख्या सबसे अधिक वार्षिक वृद्धि हैं।

18 विधानसभा क्षेत्रों में पुरुषों से ज्यादा महिला वोटर्स

मतदाता सूचियों का विशेष संक्षिप्त पुनरीक्षण अभियान 9 नवंबर से 8 दिसंबर तक चलाया गया, जिसके दौरान राज्य के 41 जिलों में पुरुषों की तुलना में महिला मतदाताओं की संख्या अधिक हुई। मुख्या निर्वाचन अधिकारी ने बताया कि मतदाता सूची में नाम जुड़वाने की प्रक्रिया जारी रहेगी। राज्य में 18 विधानसभा क्षेत्र ऐसे हैं जहां महिला मतदाताओं की संख्या पुरुषों से अधिक है। आयोग के लिए ये खास उपलब्धि है कि महिला वोटरों की संख्या बढ़ रही है और जागरूकता अभियान सभी वर्गों तक पहुंच रहा है। 

17 साल के युवाओं को भी मिलेगा मौका

आयोग ने 17 वर्षीय युवाओं के आवेदन भी स्वीकार किए, जो 1 जनवरी से 1 अक्टूबर, 2023 के बीच 18 वर्ष के हो जाएंगे। इस श्रेणी में 1.08 लाख आवेदक थे। 18 वर्ष की आयु होने पर उनका नाम मतदाता सूची में जोड़ा जाएगा। उन्हें 18 वर्ष की आयु के बाद नए सिरे से आवेदन नहीं करना होगा। भोपाल में 5 लाख से अधिक विकलांग मतदाता और अदर्स जेंडर के मतदाताओं की संख्या 1,432 है, जो सबसे अधिक है। 80 वर्ष से अधिक आयु के 7.4 लाख मतदाता हैं। बुजुर्ग वोटर्स चाहें तो उन्हें घर से मतदान करने का विकल्प दिया जाएगा और पोलिंग बूथ पर जाने की आवश्यकता नहीं होगी। चुनाव आयोग के पास 4.6 करोड़ से अधिक मतदाताओं की आधार कार्ड की जानकारी उपलब्ध है, जो कुल मतदाताओं के 85% से अधिक है।

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