ठंड के वजह से बिहार में महंगी हुई सब्जियां व मजदूरों को नहीं मिल रहा काम…

बिहार में पड़ रही कड़ाके की ठंड की वजह से आम जनजीवन अस्तव्यस्त हो गया है। शीतलहर का अब बड़ा असर गरीब और मध्यम वर्ग के लोगों पर देखने को मिल रहा है। एक तरफ दिहाड़ी मजदूरों को काम नहीं मिल रहा है। वहीं, दूसरी तरफ उत्पादन में कमी आने से सब्जियां महंगी हो गई हैं। शीतलहर के कारण दूध का उत्पादन भी कम हो गया है। इससे मकर संक्रांति पर लोगों की जेब पर भी असर पड़ेगा। कड़ाके की ठंड के चलते निर्माण कार्य भी रुक गए हैं। लोग नया काम भी शुरू नहीं करा रहे हैं। इससे मजदूरों के सामने रोजी-रोटी का संकट खड़ा हो गया है। 

भीषण ठंड में एक ओर मजदूर और उनका परिवार गर्म कपड़ों की कमी झेल रहा है तो दूसरी ओर भोजन-पानी पर भी संकट खड़ा हो गया है। भीषण ठंड में शहर में निर्माण कार्य लगभग ठप हैं। जिन्हें काम शुरू भी करना है, वह खरमास के खत्म होने का इंतजार कर रहे हैं। ऐसे में रोजगार की तलाश में गांव से शहर आ रहे दैनिक मजदूरों को काम मिलने में भी परेशानी हो गई है। किसी को दो दिन पर तो किसी को चार दिन पर काम मिल रहा है। पैसों की तंगी से चलते गांव में राशन दुकानदार भी उधार देने से कतराने लगे हैं। यह सच्चाई शहर के पांच उन चौक-चौराहे पर की गई पड़ताल में सामने आई, जहां काम की तलाश में मजदूर इकह्वा होते हैं। पटना के मुन्नाचक, मलाही पकड़ी, भट्टाचार्या मोड़, बोरिंग रोड और खोजा इमली में मजदूरों से बातचीत में उनका दर्द सामने आया। कई मजदूरों ने कहा कि कोरोना के समय भी ऐसी ही दिक्कत हुई थी। अब ठंड की वजह से उन्हें परेशानी झेलनी पड़ रही है। 

सब्जियों की कीमत दो गुनी हुई

भयंकर ठंड में फसलों पर पाला पड़ने के चलते सब्जियों का उत्पादन घटा है। बीते दो दिनों से हरी सब्जियों की कीमतों में उछाल आया है। पटना में टमाटर, गोभी और मटर की कीमतों में दोगुना इजाफा हो गया है। दो दिन पहले ये सब्जियां 20 रुपये किलो बिक रही थीं जो अब 40 रुपये किलो तक पहुंच गई हैं। थोक में गोभी गुरुवार को 30 रुपये, मटर 32 रुपये और टमाटर 20 रुपये किलो बिके। पंडारक के सब्जी उत्पादक किसान टनटन सिंह का कहना है कि सब्जी के उत्पादन में कमी हो गई है। वहीं मकर संक्राति का असर भी बाजार पर है। बंका घाट के थोक सब्जी विक्रेता वीरेंद्र का कहना है कि मकर संक्राति को लेकर भी दो दिनों से सब्जियां महंगी हो गई हैं।

उद्यान के सहायक निदेशक विजय कुमार पंडित के मुताबिक लगातार ठंड बढ़ने से सब्जियों को पाला मार दिया है। गोभी, टमाटर और मटर समेत अन्य सब्जियों को दस से 12 डिग्री तापमान उपयुक्त माना जाता है। इससे कम होने पर पाला मार देता है। इससे उत्पादन पर असर पड़ा है। 

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