राज्यपाल के खिलाफ अभद्र टिप्पणी करना कृष्णमूर्ति को पड़ा महँगा, पढ़े पूरी ख़बर

 तमिलनाडु के राज्यपाल आरएन रवि के खिलाफ आपत्तिजनक टिप्पणी कर शिवाजी कृष्णमूर्ति बुरी तरह से फंसे हैं। सत्तारूढ़ पार्टी द्रविड़ मुन्नेत्र कड़गम (DMK) ने शनिवार को कृष्णमूर्ति को पार्टी से अस्थायी तौर पर निलंबित कर दिया है। दरअसल, कृष्णमूर्ति ने गुरुवार को एक कार्यक्रम में राज्यपाल को लेकर आपत्तिजनक टिप्पणी की थी। जिसके बाद भाजपा ने डीएमके के खिलाफ मोर्चा खोल दिया था। ऐसे में पार्टी ने कृष्णमूर्ति को ही अस्थायी तौर पर निलंबित कर दिया।

भाजपा ने की थी कार्रवाई की मांग

इससे पहले भारतीय जनता पार्टी (BJP) ने डीएमके नेता के खिलाफ कार्रवाई की मांग करते हुए पुलिस महानिदेशक (DGP) को पत्र लिखा था। भाजपा प्रदेशाध्यक्ष के अन्नामलाई ने कहा कि आम जनता पुलिस से निष्पक्ष रहने की उम्मीद करती है। ऐसे में पुलिस द्वारा सत्ताधारी पार्टी के सदस्यों द्वारा किए जाने वाले नृशंस कामों के प्रति आंखें मूंद लेना अनुचित है।

उन्होंने कहा था कि अपने अपमानजनक भाषणों के लिए कुख्यात डीएमके नेता ने तमिलनाडु के माननीय राज्यपाल के प्रति गाली-गलौज की और अपने भाषणों में आपत्तिजनक टिप्पणियां की हैं। ऐसे में भाजपा नेता ने उम्मीद जताते हुए कहा कि पुलिस फिर से ऐसी चीजों की अनदेखी नहीं करेगी। साथ ही डीजीपी से अनुरोध किया कि शिवाजी कृष्णमूर्ति को राज्य के संवैधानिक प्रमुख के प्रति गाली-गलौज के लिए दंडित किया जाए।

उन्होंने कहा था कि डीएमके नेता की टिप्पणी को अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता के रूप में नहीं माना जाना चाहिए क्योंकि हमें यकीन है कि यदि मुख्यमंत्री के प्रति ऐसी टिप्पणी होती तो पुलिस इसे अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता के तौर पर नहीं देखती।

DGP ने दिया था कार्रवाई का आश्वासन

भाजपा नेता कारू नागराजन ने बताया था कि डीजीपी ने डीएमके नेता के खिलाफ कार्रवाई करने का आश्वासन दिया है। उन्होंने बताया कि कृष्णमूर्ति पर कोरूक्कुपेट पुलिस स्टेशन में पहले ही पांच धाराओं के तहत मामला लंबित है।

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