जेडीयू संसदीय बोर्ड के राष्ट्रीय अध्यक्ष उपेंद्र कुशवाहा के पार्टी छोड़ने की अटकलों के बीच दिया ये बड़ा बयान…

जेडीयू संसदीय बोर्ड के राष्ट्रीय अध्यक्ष उपेंद्र कुशवाहा के पार्टी छोड़ने की अटकलों के बीच उनका बड़ा बयान आया है। उन्होंने अपनी ही पार्टी के नेताओं पर उन्हें साइडलाइन करने का आरोप लगाया। साथ ही पूछा कि उनकी आरजेडी से क्या डील हुई है, ये बताएं। उपेंद्र कुशवाहा ने कहा कि उन्हें दरकिनार करने की साजिश मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के खिलाफ है।

उपेंद्र कुशवाहा ने मंगलवार को कहा कि नीतीश कुमार पर जब भी प्रहार होता है तो वे उनके साथ हैं। नीतीश को आज भी ताकत की जरूरत है। हाल के दिनों में जिस तरीके से वे कमजोर हुए हैं यह किसी व्यक्ति का नहीं बल्कि कर्पूरी के अरमानों का मामला है। जब-जब नीतीश कुमार पर प्रहार हुआ उपेंद्र कुशवाहा ही क्यों खड़े रहे? बाकी लोग कहां थे, क्यों नहीं सामने आए?

कुशवाहा ने कहा कि उन्हें दरकिनार करने की साजिश चल रही है। यह साजिश उनके खिलाफ नहीं बल्कि नीतीश कुमार के खिलाफ है। सीएम नीतीश अकेले नहीं हैं, लव-कुश पिछड़ा अतिपिछड़ा को दर्द होता है कि उन्हें कमजोर किया जा रहा है। आरजेडी से क्या डील हुई है वो बताएं, वे जानना चाहते हैं।

इससे पहले जेडीयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष ललन सिंह ने कहा था कि उपेंद्र कुशवाहा क्यों नाराज हैं, ये बताएं। पार्टी ने उन्हें बहुत सम्मान दिया। सीएम नीतीश से जब भी उन्होंने मिलने का समय मांगा, उन्हें दिया गया। जेडीयू ने 75 लाख सदस्य बनाए, उसमें उनका क्या योगदान है, इसका कुशवाहा मूल्यांकन करें।

बीजेपी में जाएंगे उपेंद्र कुशवाहा?

उपेंद्र कुशवाहा के जेडीयू नेतृत्व से नाराजगी के बीच अटकलें लगाई जा रही हैं कि वे बीजेपी में जा सकते हैं। बीजेपी उन्हें खुला ऑफर भी दे चुकी है। हालांकि मंगलवार को उन्होंने मीडिया से बातचीत में उन्होंने खुद को नीतीश कुमार का वफादार बताया। साथ ही जेडीयू को छोड़कर बीजेपी में जाने पर कोई बात नहीं की।

कुशवाहा क्यों हैं नाराज?

उपेंद्र कुशवाहा ने पिछले दिनों खुद के डिप्टी सीएम बनने की इच्छा जाहिर की थी। हालांकि, सीएम नीतीश ने इसे सिरे से खारिज कर दिया। उन्होंने कहा था कि आगामी मंत्रिमंडल विस्तार में जेडीयू से किसी को भी डिप्टी सीएम नहीं बनाया जाएगा। इससे पहले भी शराबबंदी समेत अन्य मुद्दों पर नीतीश सरकार पर हमला बोल चुके हैं। बीते कुछ दिनों से कुशवाहा को जेडीयू के कार्यक्रमों से भी साइडलाइन किया जा रहा है।

Related Articles

Back to top button
T20: भारत का क्लीन स्वीप जानिये कितने खतरनाक हैं कबूतर। शतपावली: स्वस्थ रहने का एक आसान उपाय भारतीय मौसम की ALERT कलर कोडिंग In Uttar Pradesh Call in Emergency