फॉक्सवैगन ने इलेक्ट्रिक व्हीकल सेगमेंट में अपनी न्यू सस्ती कार को किया पेश…

जर्मनी की ऑटो जाइंट फॉक्सवैगन ने इलेक्ट्रिक व्हीकल सेगमेंट में अपनी न्यू सस्ती कार को पेश किया है। इसका नाम ID. 2all है। ये फ्रंट व्हील ड्राइव के साथ आती है। कंपनी का दावा है कि सिंगल चार्ज पर इसकी रेंज 450 किलोमीटर (280 मील) तक होगी। वहीं, इसकी कीमत 25,000 यूरो (करीब 22 लाख रुपए) होगी। ये कंपनी की अब तक की सबसे सस्ती इलेक्ट्रिक कार भी होगी। इसे 2025 तक यूरोपीय बाजार में लॉन्च किया जाएगा। कंपनी ने बताया कि वो 2026 तक 10 नई इलेक्ट्रिक कार लॉन्च करेगी। ID. 2all उन्हीं में से एक मॉडल है।

यूरोप में 80% हिस्सेदारी का लक्ष्य
फोक्सवैगन ने कहा कि नए मॉडल की मदद से उसका लक्ष्य यूरोप में इलेक्ट्रिक कार सेगमेंट में 80 प्रतिशत हिस्सेदारी हासिल करना है। अपने कॉम्पटीटर की तुलना में उसके पास सबसे बड़ी इलेक्ट्रिक कार सीरीज होगी। कंपनी के पैसेंजर कार्स के CEO थॉमस शेफर ने कहा कि हम लोगों के लिए इलेक्ट्रिक मोबिलिटी लाने के लिए चेंजेस को तेजी से लागू कर रहे हैं। वहीं, फॉक्सवैगन के बोर्ड ऑफ डायरेक्टर के मेंबर थॉमस श्मॉल ने कहा कि कंपनी को भरोसा था कि वह हाई सेल्स वॉलन्यूम के साथ “इकोनॉमी ऑफ स्केल” के माध्यम से कम कीमत को बनाए रख सकती है।

122 अरब यूरो का निवेश करेगी
फॉक्सवैगन ने बताया है कि वे आने वालों कुछ सालों में इलेक्ट्रिक व्हीकल की तरफ रुख करने के लिए 122 अरब यूरो का निवेश करेगी। ग्रुप का कहना है कि 2025 तक दुनियाभर में बेचा जाने वाला हर पांचवां वाहन पूरी तरह से इलेक्ट्रिक होने की उम्मीद है। फॉक्सवैगन ने कहा कि इलेक्ट्रि कार की कीमतों में बढ़ोतरी प्रमुख कारण बैटरी है। बैटरी की सीरीज बनाने के साथ बैटरी में इस्तेमाल होने वाला कच्चा माल महंगा है। यह आने वाले सालों में उत्तरी अमेरिका रीजन में अपनी उपस्थिति बढ़ाने पर अपने खर्च पर फोकस करने की योजना बना रही है।

इस साल 10% हिस्सेदार का लक्ष्य
फॉक्सवैगन का प्रमुख लक्ष्य चीनी बाजार में अपनी उपस्थिति को मजूबत करना है। अभी चीनी बाजार में वो अमेरिकी प्रतिद्वंद्वी टेस्ला और इलेक्ट्रिक कारों के लोकल मैन्युफैक्चर से काफी पीछे है। 2022 में फॉक्सवैगन ग्रुप की डिलीवरी में बैटरी से चलने वाली कारों का रिकॉर्ड 7 प्रतिशत था। जो ग्लोबल लेवल पर सिर्फ 572,000 यूनिट्स से अधिक था। कंपनी को इस बात की उम्मीद है कि 2023 में उसका इलेक्ट्रिक व्हीकल सेगमेंट में सेल्स की हिस्सेदारी 10% तक हो जाएगी।

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