अमेरिकी इतिहास में पहली बार गिरफ्तार होने वाले पहले पूर्व राष्ट्रपति बनें डोनाल्ड ट्रंप…

अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप को पोर्न स्टार स्टॉर्मी डेनियल्स Hush Money केस में गिरफ्तार कर लिया गया। हालांकि, बाद में अदालत ने ट्रंप को रिहा कर दिया, लेकिन ट्रंप देश के 246 साल के इतिहास में गिरफ्तार होने वाले और मुकदमे का सामना करने वाले पहले पूर्व राष्ट्रपति बन गए हैं।

गिरफ्तार होने वाले पहले पूर्व राष्ट्रपति बने ट्रंप

अमेरिकी इतिहास में पहली बार एक पूर्व अमेरिकी राष्ट्रपति एक आपराधिक प्रतिवादी के रूप में अदालत में पेश हुए। दरअसल, डोनाल्ड ट्रंप पर 2016 के चुनाव से पहले कथित तौर पर अपने पूर्व वकील माइकल कोहेन के माध्यम से पोर्न स्टार स्टॉर्मी डेनियल्स को पैसे देने का आरोप है। इस मामले में न्यू यॉर्क ग्रैंड जूरी द्वारा उन्हें दोषी ठहराया गया था, जिसके बाद मंगलवार को उन्होंने आत्मसमर्पण कर दिया।

ट्रंप पर लगाए गए 34 आरोप

पूर्व अमेरिकी राष्ट्रपति अपने ट्रंप टॉवर पेंट हाउस से चार मील दूर स्थित एक काफिले में सवार होकर स्थानीय अदालत के भवन में आए। इस दौरान उनके समर्थकों और विरोधियों ने अलग-अलग रैलियां भी निकाली। पेशी से पहले मैनहटन जिला अटॉर्नी के कार्यालय में उन्हें गिरफ्तार किया गया था और उन पर 34 आरोप लगाए गए। हालांकि, बाद में अदालत ने ट्रंप को रिहा कर दिया। इसके बाद वह फ्लोरिडा पहुंचे और अपने घर पर समर्थकों से भी बात की।

45 मिनट तक चली कोर्ट में सुनवाई

बता दें कि कोर्ट में करीब 45 मिनट तक चली सुनवाई चली। इस दौरान अभियोजक पक्ष ने कहा कि ट्रंप ने 2016 के राष्ट्रपति चुनाव को कमजोर करने की साजिश रची और ऐसी सूचना को दबाने की कोशिश की, जो उनकी उम्मीदवारी को नुकसान पहुंचा सके और फिर हूश-मनी के भुगतान की बात को छिपाया। उन्होंने कहा कि ये भुगतान दो महिलाओं को किया गया था, जिनमें एक पोर्न स्टार भी शामिल थी। जिन्होंने 2006 में उनके साथ संबंध होने का दावा किया था।

ट्रंप बोले- मैं बेकसूर हूं

इस दौरान कोर्ट रूम के अंदर ट्रंप अपने अपने वकीलों के साथ डिफेंस टेबल पर बैठे थे। उन्होंने फोटो जर्नलिस्टों को भी देखा। जिन्हें कुछ समय के लिए अदालत कक्ष में जाने की अनुमति दी गई थी। बाकी कार्यवाही के दौरान वह अपने हाथों को एक साथ जोड़कर स्थिर रहे और कोर्ट की कार्रवाई को देखते रहे। ट्रंप ने अदालत में केवल संक्षेप में बात की और न्यायाधीश को बताया कि वह दोषी नहीं है, उनपर लगे सारे आरोप झूठे हैं। इस पर न्यायाधीश ने ट्रंप को चेतावनी दी कि यदि उन्होंने व्यवधान डाला तो उन्हें अदालत कक्ष से हटाया जा सकता है। ट्रंप ने एक घंटे बाद अदालत से बाहर आने पर कोई टिप्पणी नहीं की।

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