आईए जानें वैशाख पूर्णिमा व्रत का महत्व…
हिन्दू पंचांग के अनुसार, आज यानि 05 मई 2023, शुक्रवार के दिन वैशाख पूर्णिमा व्रत रखा जा रहा है। साथ ही आज बुद्ध पूर्णिमा भी मनाई जा रही है। पंचांग में बताया गया है कि वैशाख पूर्णिमा तिथि की शुरुआत 04 मई को रात्रि 11 बजकर 44 मिनट से शुरू हो गया है और इसका समापन आज 11 बजकर 03 मिनट तक होगा।
वैशाख पूर्णिमा के दिन चंद्र देव की पूजा का विशेष महत्व है। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार आज के दिन भगवान चंद्र देव को अर्घ्य प्रदान करने जीवन में सुख-समृद्धि आती है और जीवन में आ रही समस्याएं दूर हो जाती है।
वैशाख पूर्णिमा 2023 चन्द्रोदय समय
चंद्रोदय का समय- शाम 06 बजकर 45 मिनट पर
चंद्रास्त का समय- चंद्रास्त नहीं
गोधुलि मुहूर्त- 06 बजकर 57 मिनट से शाम 07 बजकर 19 मिनट तक
वैशाख पूर्णिमा चंद्र पूजा लाभ
शास्त्रों में बताया गया है कि पूर्णिमा तिथि के दिन चन्द्रमा की किरणों से अमृत बरसता है। मान्यता है कि आज के दिन चंद्र देव को अर्घ्य देने से पितरों की आत्मा को शांति मिलती है। साथ ही स्वास्थ्य और धन लाभ होता है। इसके साथ साधकों को मानसिक संतुष्टि प्राप्त होती है।
वैशाख पूर्णिमा के उपाय
- पूर्णिमा के रात में औषधीय गुण होते हैं और चन्द्रमा की रौशनी में खीर रखने से और अगले दिन उस खीर को खाने से व्यक्ति को निरोगी रहता है।
- आज के दिन माता लक्ष्मी की पूजा जरुर करें। ऐसा करने से आर्थिक समस्याएं दूर हो जाती है।
- आज के दिन शिवलिंग के समीप दीपक जलाएं और श्री राम नाम का दीपक जलाएं।
- आज के दिन रात्रि के समय दीपक जलाकर हनुमान चालीसा का पाठ करने से विशेष लाभ मिलता है।