मणिपुर के हिंसा प्रभावित क्षेत्रों से 518 फंसे हुए लोगों को सुरक्षित बहार निकाला गया…

मणिपुर में तीन मई को भड़की हिंसा के बाद जानमाल की बड़े पैमाने पर क्षति हुई है।असम राइफल्स, केएसओ और चुराचंदपुर जिला प्रशासन ने मणिपुर इंटेग्रिटी पर समन्वय समिति (COCOMI) की पहल के तहत सोमवार को 518 फंसे हुए लोगों को निकाला और इंफाल में स्थानांतरित कर दिया। मणिपुर के सीएम एन बीरेन सिंह के मुताबिक, हिंसा में करीब 60 लोगों की जान जा चुकी है।

मणिपुर के कई हिस्सों में हिंसा के बीच मणिपुर सरकार के सुरक्षा सलाहकार कुलदीप सिंह ने रविवार को कहा कि चुराचंदपुर, कांगपोकपी और मोरेह के कुछ इलाकों में तनाव जारी है। 

कुलदीप सिंह ने आगे कहा, ‘मणिपुर में मौजूदा स्थिति में काफी सुधार हुआ है। आज कर्फ्यू में भी ढील दी गई। चुराचंदपुर, कांगपोकपी और मोरेह के कुछ इलाकों में अभी भी तनाव है। कई शांति सभाएं की गईं हैं। अब तक लूटे गए हथियारों में से 134 हथियार बरामद किए जा चुके हैं।’

सीएम एन. बीरेन सिंह ने मीडिया से की बात

मणिपुर में हुई हिंसा पर मुख्यमंत्री एन. बीरेन सिंह ने सोमवार (08 मई) को मीडिया से बातचीत की। इस दौरान उन्होंने रेस्क्यू ऑपरेशन से लेकर राज्य हुए नुकसान के बारे में जानकारी दी है।

उन्होंने कहा, ‘मणिपुर में अलग-अलग जगहों पर फंसे सभी व्यक्तियों को सुरक्षित स्थानों और आश्रय शिविरों में सर्वोत्तम संभव देखभाल और सहायता प्रदान की जा रही है।’ इसी के साथ सीएम बीरेन सिंह ने लोगों से राज्य में शांति बनाए रखने की अपील भी की है। उन्होंने कहा, ‘मैं लोगों से राज्य में शांति बनाए रखने की अपील करता हूं।’

रविवार को मणिपुर की राज्यपाल ने की थी बैठक

इससे पहले रविवार को मणिपुर की राज्यपाल अनुसुइया उइके ने राज्य में हिंसा को लेकर इंफाल में सुरक्षा समीक्षा बैठक बुलाई थी। बैठक में मणिपुर सरकार के सुरक्षा सलाहकार कुलदीप सिंह, आईपीएस (सेवानिवृत्त) और अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक आशुतोष सिन्हा, राज्य में उत्पन्न वर्तमान उथल-पुथल के समग्र संचालन कमांडर उपस्थित थे।

राजभवन के अनुसार बैठक के दौरान राज्यपाल उइके ने कहा कि उन्होंने पहले ही समाज के सभी वर्गों से शांतिपूर्वक बातचीत के माध्यम से समस्या के समाधान के लिए कहा है।

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