इटावा में दुष्कर्म से गर्भवती हुई पीडि़ता ने राज्य महिला आयोग व एसएसपी से की शिकायत

ये है मित्र पुलिस का वीभत्स चेहरा। दहेज उत्पीडऩ पर महिला ने मदद मांगी तो भरेह थाना प्रभारी ने परिवार टूटने का हवाला देकर समझौता करा दिया और बाद में वही पीडि़ता को होटल बुला-बुलाकर अस्मत लूटता रहा। गर्भवती हुई पीडि़ता ने मंगलवार को मुख्यमंत्री, राज्य महिला आयोग की अध्यक्ष और एसएसपी से शिकायत की है। मामले में जांच शुरू कराई गई है।

पीडि़ता के मुताबिक दहेज प्रताडऩा पर पति के खिलाफ भरेह थाने में शिकायत की थी। वहां पुलिस ने समझौता करा दिया। इधर भरेह थाना प्रभारी का तबादला चकरनगर थाने में हो गया। पीडि़ता की ससुराल भी चकरनगर में ही है। वहां आरोपित थाना प्रभारी ने उसके पति पर दबाव बनाया कि दहेज उत्पीडऩ का मुकदमा हुआ है, इसलिए पीडि़ता को पति सहित थाने आना होगा। 28 जनवरी को थाने पहुंची तो बयान के लिए इटावा न्यायालय चलने को कहा गया। उस दिन बयान न होने का तर्क देकर स्टेशन रोड स्थित एक होटल में रोका गया। पति को खाने का सामान लाने भेजकर आरोपित ने उससे दुष्कर्म किया। उसकी अश्लील फोटो मोबाइल फोन में ले ली और बताने पर जेल में सड़ाने की धमकी देकर पति को भी धमकाया। सात फरवरी को झूठा प्रार्थनापत्र लिखाकर उसको पति सहित कचौरा रोड स्थित होटल में ले गया। पति को एक कमरे में बैठाकर दूसरे कमरे में फिर दुष्कर्म किया।

पीडि़ता ने बताया कि आरोपित ने महोबा तबादला होने के बाद 28 अगस्त को इटावा आया और पति को काल करके धमकाया कि पत्नी को लेकर आओ, अन्यथा उसके अश्लील फोटो इंटरनेट मीडिया पर वायरल कर देगा। इसके बाद उसी स्टेशन रोड स्थित होटल में दुष्कर्म कर अश्लील वीडियो बनाया और बुलाने पर आने को कहा। पीडि़ता ने चार अक्टूबर को तत्कालीन एसएसपी को प्रार्थनापत्र दिया लेकिन कार्रवाई नहीं हुई। पीडि़ता ने दोनों होटलों के सीसीटीवी कैमरे के फुटेज की जांच कर कार्रवाई करने की गुहार लगाई।

Related Articles

Back to top button