दिल्ली विश्वविद्यालय के रामजस कालेज के सहायक प्रोफेसर वीरेंद्र कुमार की पत्नी की हत्या के मामले का दिल्ली पुलिस ने किया पर्दाफाश

दिल्ली विश्वविद्यालय के रामजस कालेज के सहायक प्रोफेसर वीरेंद्र कुमार की पत्नी की हत्या के मामले का दिल्ली पुलिस ने पर्दाफाश कर दिया है। तिलक में मिला पांच लाख का चेक बाउंस होने की वजह से वीरेंद्र पत्नी से नाराज था। इसके चलते उसने ममेरे भाई राकेश और भतीजे गोविंद के साथ मिलकर हत्या की साजिश रची थी। पुलिस ने इस मामले में डीयू के सहायक प्रोफेसर और उसके भतीजे गोविंद को भी गिरफ्तार कर लिया है। राकेश को पहले ही गिरफ्तार कर लिया गया था।

पुलिस के मुताबिक, सोमवार की शाम को राकेश ने पहले पिंकी का गला घोंटने की कोशिश की, जब वह बेहोश हो गईं तो कमरे में पड़े बिजली के तार से करंट लगाकर उनकी हत्या कर दी। खास बात यह है कि मृतका के मायके वालों ने अगस्त में ही हत्या की आशंका जताते हुए बुराड़ी थाने में शिकायत दी थी, लेकिन पुलिस ने कोई कार्रवाई नहीं की थी।

उत्तरी जिले के उपायुक्त सागर सिंह कलसी ने बताया कि उत्तर प्रदेश के ग्रेटर नोएडा के बादलपुर कोतवाली के श्रीराम कालोनी निवासी पिंकी की शादी बुराड़ी निवासी वीरेंद्र से इसी साल 16 फरवरी को हुई थी। तिलक में पिंकी के स्वजन ने वीरेंद्र को पांच लाख का चेक दिया था, जो बाउंस हो गया था। वहीं, शादी के बाद पिंकी बुराड़ी में रहने आई तो वहां ससुराल के लोगों के साथ राकेश के सपरिवार रहने पर आपत्ति जताई थी। इस पर पति-पत्नी में कई बार विवाद हुआ था। चूंकि वीरेंद्र, राकेश की आर्थिक रूप से मदद कर रहा था, इसलिए घर से निकाले जाने पर राकेश भी पिंकी से रंजिश रखने लगा था। ऐसे में वीरेंद्र ने राकेश के साथ मिलकर पिंकी की हत्या की साजिश रची।

300 फुटेज खंगालकर 50 घंटे तक की राकेश व गोविंद से पूछताछ

पुलिस अधिकारी ने बताया कि सीसीटीवी कैमरों की फुटेज की जांच में राकेश के साथ एक और व्यक्ति दिखा था। ऐसे में करीब 300 से अधिक सीसीटीवी कैमरों के फुटेज की जांच की गई, जिसमें वीरेंद्र के भतीजे गोविंद की संलिप्तता भी सामने आई। राकेश और गोविंद से 50 घंटे से अधिक समय तक पूछताछ की गई, तो गोविंद ने बताया कि शादी में उसके चाचा वीरेंद्र की बेइज्जती हुई थी। पिंकी से पीछा छुड़ाने के लिए ही वारदात को अंजाम दिया गया।

Related Articles

Back to top button