मां सरस्वती का धाम बनेगा आजमगढ़, महाराजा सुहेलदेव के नाम से बनेगा विश्वविद्यालय: गृहमंत्री अमित शाह

केन्द्र सरकार में गृह मंत्री अमित शाह बहुजन समाज पार्टी तथा समाजवादी पार्टी का गढ़ माने जाने वाले जिले आजमगढ़ को बड़ा तोहफा देने के साथ ही में भारतीय जनता पार्टी के कार्य तथा योजनाओं को लोगों के बीच रखा। अमित शाह ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के साथ राज्य विश्वविद्यालय का तोहफा देने के साथ जनसभा को भी संबोधित किया। आजमगढ़ की दस विधानसभा सीट में से पांच बसपा तथा चार सपा के पास हैं। एक पर भाजपा ने अपना खाता खोला है। अब भाजपा का लक्ष्य अधिक सीट जीतने का ही है।

आजमगढ़ में गृहमंत्री अमित शाह के साथ मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, डिप्टी सीएम डॉ. दिनेश शर्मा, उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव के प्रभारी केन्द्रीय मंत्री धर्मेन्द्र प्रधान और भाजपा प्रदेश अध्यक्ष स्वतंत्र देव सिंह ने जनता का अभिवादन किया।

राज्य विश्वविद्यालय के शिलान्यास कार्यक्रम में गृह मंत्री अमित शाह ने कहा कि लम्बे समय तक बदनाम रहा आजमगढ़ अब मां सरस्वती का धाम बनेगा। हम यहां पर माता सरस्वती का मंदिर बनाने जा रहा है। हम यहां पर महाराजा सुहेलदेव के नाम से राज्य विश्वविद्यालय बनाने जा रहे हैं। अमित शाह ने राज्य विश्वविद्यालय के नाम का एलान किया। उन्होंने कहा कि यहां पर महाराजा सुहेलदेव के नाम से राज्य विश्वविद्यालय बनेगा। उन्होने कहा कि मैं योगी आदित्यनाथ जी को एक सुझाव देना चाहता हूं, कि इसी यूपी की भूमि पर परदेसी आक्रांताओं को खदेडऩे का काम महराज सुहेलदेव जी ने किया था। अगर इस यूनिवर्सिटी का नाम हम उनके नाम पर रखते हैं, तो ये लोगों के लिए बहुत बड़ा संदेश होगा।

अमित शाह ने कहा कि जहां पर कभी महिर्षि वशिष्ठ जी का आश्रम हुआ करता था, उसी भूमि पर आज मां सरस्वती जी का मंदिर बनने जा रहा है। जिस आजमगढ़ को दुनियाभर के अंदर, सपा शासन में कट्टरवादी सोच और आतंकवाद की पनाहगार के रूप में जाना जाता था, उसी भूमि पर हम लोग आज मां सरस्वती जी का धाम बनाने का काम कर रहे हैं।

गृह मंत्री ने कहा कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने पूर्वांचल को मच्छर और माफिया मुक्त कर दिया। आजगमढ़ भी इसी में शामिल है। जिस आजमगढ़ को आतंवादियों की पनाहगाह के रूप में जाना जाता था आज उसी आजमगढ़ में मां सरस्वती का मंदिर विश्विद्यालय बन रहा है। यह परिवर्तन की शुरुआत है, हमने दस विश्विद्यालय बनाने का वादा किया था, जो आज पूरा हो गया है।

jagran

गृह मंत्री अमित शाह ने कहा कि योगी आदित्यनाथ जी की सरकार ने उत्तर प्रदेश को माफिया राज से मुक्ति दिलाने का काम किया है। आपका आजमगढ़ इसका उदाहरण है। इससे पहले प्रदेश में लोग शामली के कैराना से लोग पलायन कर रहे थे। बेटियों की उच्च शिक्षा नहीं हो पाती है। आज मैं गर्व से कह सकता हूं कि माफिया उत्तर प्रदेश छोड़कर चले गए हैं। अब यहां कानून का राज है। उन्होंने कहा कि पहले आजमगढ़ में जातिवाद, परिवारवाद और तुष्टिकरण का राज चलता था, सबको न्याय नहीं मिलता था। आज योगी आदित्यनाथ जी ने जातिवाद, परिवारवाद और तुष्टिकरण पर पूर्ण विराम लगाने का काम किया है। जिस आजमगढ़ को दुनिया भर में पहले समाजवादी पार्टी के शासन में कट्टरवादी सोच और आतंकवाद के पनाहगार के रूप में जाना जाता था, उसी भूमि पर आज मां सरस्वती का धाम बनाने का काम हो रहा है। पांच वर्ष में उत्तर प्रदेश के अंदर एक बहुत बड़ा परिवर्तन आया है। 2017 से पहले तो उत्तर प्रदेश देश की छठी अर्थव्यवस्था थी, आज देश की दूसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था है। इससे पहले प्रदेश का जीडीपी 10,90,000 करोड़ था और आज 21,31,000 करोड़ है।

आजमगढ़ में सीएम योगी आदित्यनाथ बोले- भाजपा ने जो कहा वो करने दिखाया, इसी से बढ़ी देश की प्रतिष्ठता

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शनिवार को आजमगढ़ में केन्द्रीय गृह तथा सहकारिता मंत्री अमित शाह का स्वागत किया। उन्होंने इस दौरान जनसभा को भी संबोधित किया। मुख्यमंत्री ने कहा कि देश में हर जगह के साथ ही उत्तर प्रदेश में आप लोगों को भारतीय जनता पार्टी की कथनी और करनी में अंतर नहीं देखने को मिला है। भाजपा ने जो कहा वह करके भी दिखाया है। इसी कारण विश्व में भारत की प्रतिष्ठता भी काफी बढ़ी है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की दूरगामी सोच के कारण देश आज अग्रिम पंक्ति में खड़ा है। उन्होंने इसके बाद आजमगढ़ को लेकर भाजपा तथा अन्य दलों के काम को बताया।

jagran

उन्होंने कहा कि यह वही आजमगढ़ है जहां का नाम काफी धूमिल हो गया था। 2017 व 2014 के पहले यहां का नौजवान जब देश के अंदर कहीं जाता था तो होटल में कमरा नहीं मिलता था। धर्मशाला में कमरा नहीं मिलता था। आजमगढ़ के सामने पहचान का एक संकट खड़ा हो गया था। हमने इस जिले को विकास की मुख्यधारा में लाकर खड़ा किया है। एक जिला एक उत्पाद के माध्यम से रोजगार का बड़ा माध्यम दिया। उन्होंने कहा कि भले ही आजमगढ़ ने दो-दो मुख्यमंत्री दिए हो, लोकसभा में सांसद चुनकर के भेजे हों, लेकिन उनके कारण आजमगढ़ की पहचान धूमिल ही हुई है। उनके लोगों ने इस बड़े जिले पहचान का संकट दुनिया के सामने खड़ा किया है।

डबल इंजन की सरकार से ही होता है सभी का कल्याण: डॉ. दिनेश शर्मा

उत्तर प्रदेश के माध्यमिक तथा उच्च शिक्षा मंत्री डॉ. दिनेश शर्मा ने कहा कि जब कहीं पर भी डबल इंजन की सरकार होती है तो गरीब, मजलूम, पिछले, दलितों, मजदूरों का कल्याण होता है। समाज का भी कल्याण होता है। उप मुख्यमंत्री ने कहा कि जैसे गृहमंत्री ने 70 वर्ष की समस्या को 70 मिनट में समाप्त किया था उसी तरह से आज आजमगढ़ को एक नई पहचान दिला रहे हैं। डॉ. शर्मा ने कहा कि एक समय था कि जब आतंकियों से जुड़े लोगों के लिए छापेमारी होती थी तो उसके तार आजमगढ़ से जरूर मिलते थे। यह साहित्य की नगरी और महान विभूतियों की धरती है, लेकिन पिछली सरकारों ने इस पावन धरती को माफियाओं की धरती बना दिया था।

आजमगढ़ के यशपालपुर-आजमबांध प्रांगण में गृह मंत्री अमित शाह के आगमन को देखते हुए दोपहर में 12:00 बजे ही आजमगढ़ राज्य विश्वविद्यालय शिलान्यास कार्यक्रम स्थल पर फुल हो गय था। अमित शाह तथा योगी आदित्यनाथ के जयकारे की गूंज सुनाई पड़ रही थी। भाजपा से जुड़े जनप्रतिनिधि, पदाधिकारियों में आज के कार्यक्रम को लेकर ज्यादा से ज्यादा भीड़ जुटाने की होड़ के कारण जनपद में चहुंओर जाम की नौबत नजर आई।

आजमगढ़ राज्य विश्वविद्यालय

आजमगढ़ की तहसील सदर के चंडेश्वर-कम्हरिया मार्ग स्थित ग्राम यशपालपुर-आजमबांध में राज्य विश्वविद्यालय स्थापना के लिए 50.27 एकड़ भूमि अधिग्रहित की गई है। केंद्रीय गृह मंत्री के शिलान्यास केे बाद निर्माण प्रक्रिया भी रफ्तार पकड़ लेगी। शासन से प्रथम चरण की धनराशि 1.08 करोड़ रुपये आवंटित कर दिया है, जिससे प्रथम फेज का निर्माण होगा।

मऊ जिले के लोगों को भी राज्य विश्वविद्यालय से नई उम्मीदें

कभी आजमगढ़ जिले का हिस्सा रहे मऊ के लोगों को आजमगढ़ राज्य विश्वविद्यालय की स्थापना ने नई उम्मीद से भर दिया है। इस विश्वविद्यालय से संबद्ध मऊ जिले के 150 डिग्री कालेजों के हजारों छात्र-छात्राएं विश्वविद्यालय से उनकी दूरी घटने से खुश हैं। उन्हें यह भी उम्मीद है कि जल्द ही उन्हें समय की मांग के अनुरूप पाठ्यक्रम पढऩे का मौका मिलेगा।

राज्य विश्वविद्यालय की स्थापना से नए विषयों में संभावनाओं के खुलेंगे द्वार

आजमगढ़ व मऊ जिले मेें विभिन्न विषयों के अध्ययन के दृष्टिकोण से उच्च शिक्षा के ज्यादा विकल्प नहीं हैं। आजमगढ़ राज्य विश्वविद्यालय की स्थापना से अनेक नई विषयों में संभावनाओं के द्वार खुलेंगे। उच्च शिक्षा पर होने वाला व्यय भार भी घटेगा। जिले व मऊ के छात्र-छात्राओं को वीर बहादुर सिंह पूर्वांचल विश्वविद्यालय जौनपुर तक की दूरी तय नहीं करनी पड़ेगी। इसमें भी कई मामलों में छोटी-छोटी त्रुटियां दुरुस्त कराने को स्नातक छात्रों को कई बार विश्वविद्यालय जाना पड़ता था। इससे उनका न सिर्फ समय जाया होता था, बल्कि जेब भी ढीली होती थी।

विश्वविद्यालय परिसर तक बनेगी 150 मीटर फोर लेन सड़क

शिलान्यास होते ही प्रथम चरण में 108 करोड़ रुपये से राज्य विश्वविद्यालय का निर्माण शुरू हो जाएगा। उसके बाद फेज-2 पर कार्य किया जाएगा। फेज-1 में एकेडमिक ब्लाक और हास्टल बनाए जाएंगे और फेज-2 में रेसिडेंसियल कांप्लेक्स बनाए जाएंगे। मुख्य गेट से विश्वविद्यालय परिसर तक जाने को 24 मीटर चौड़े 150 मीटर लंबे दो रास्ते होंगे। दोनों तरफ की अलग-अलग सड़कें 8.75 मीटर तो बीच में 2.50 मीटर का डिवाइडर बनाकर पौधे रोपित किए जाएंगे। इसमें आठ करोड़ रुपये रास्ते के लिए किसानों से खरीदी जाने वाली जमीन का भी मूल्य शामिल है। हाईवे से विश्वविद्यालय तक आवागमन सुचारू करने के लिए 934 लाख रुपये से फोर लेन सड़क बनेगी।

राज्य विश्वविद्यालय से संबंद्ध होंगे 352 कालेज

आजमगढ़ राज्य विश्वविद्यालय की स्थापना के बाद आजमगढ़ व मऊ के कुल 352 कालेज वीर बहादुर सिंह पूर्वांचल विश्वविद्यालय जौनपुर से अलग होकर यहां से संबंद्ध होंगे। इसके बाद पूर्वांचल विश्वविद्यालय में गाजीपुर व जौनपुर के 453 कालेज शेष रह जाएंगे। पूर्वांचल विश्वविद्यालय में वर्तमान में जौनपुर, आजमगढ़, गाजीपुर, मऊ, प्रयागराज के कालेज संबंद्ध हैं। यहां कुल 805 कालेजों में से आजमगढ़ के 211, गाजीपुर के 282, मऊ के 141, जौनपुर के 170, प्रयागराज हंडिया के एक कालेज संबंद्ध है।

राज्य विश्वविद्यालय की स्थापना को चली लड़ाई

राज्य विश्वविद्यालय की स्थापना की मांग को लेकर जिले में शहर से लेकर ग्रामीण स्तर पर कई माह तक धरना-प्रदर्शन व पोस्टकार्ड पर हस्ताक्षर अभियान चला था। विश्वविद्यालय अभियान के संयोजक डॉ. सुजीत भूषण, जिला संयोजक विजेन्द्र सिंह और शिक्षक संघ के डा. प्रवेश सिंह केे नेतृत्व में आंदोलन चला था।

Related Articles

Back to top button