यूपी का मौसम: कोहरे से ज्यादा गलन कर रही है प्रभावित,बारिश का है पूर्वानुमान

यूपी का मौसम सर्द होता जा रहा है। मंगलवार को कोहरे का असर तो कम रहा लेकिन गलन बढ़ गई। दृश्यता बाकी दिनों की तुलना में बेहतर रही। न्यूनतम तापमान कम होने से गलन का असर ज्यादा रहा। फिलहाल मौसम ऐसा ही रहने की उम्मीद है। अगले दो-तीन दिन के भीतर विंध्य व बुंदेलखंड में बूंदाबांदी के आसार हैं। आंचलिक मौसम विज्ञान केन्द्र के वरिष्ठ मौसम वैज्ञानिक अतुल कुमार सिंह के मुताबिक, दिन बीतने के साथ कहीं-कहीं मौसम खुलेगा तो अधिकतम तापमान में बढ़ोतरी संभव है।

आंचलिक मौसम विज्ञान केंद्र पर कोहरे का घनत्व वाराणसी और प्रयागराज में सर्वाधिक रहा, यहां दृश्यता शून्य रही। लखनऊ में 500 मीटर तक बढ़ गई थी दृश्यता, इसलिए यहां कुछ राहत रही। फुर्सतगंज में 50, झांसी में 80 मीटर, हमीरपुर व नजीबाबाद में 100 मीटर और बांदा में 150 मीटर दृश्यता रही। अन्य इलाको में 200 या इससे अधिक रही।

इस बीच बाराबंकी, हरदोई, कानपुर नगर, गोरखपुर, वाराणसी, बलिया, चुर्क, प्रयागराज, फतेहपुर, सुल्तानपुर, अयोध्या, फुर्सतगंज, गाजीपुर, फतेहगढ़, उरई, शाहजहांपुर, नजीबाबाद, मेरठ और अलीगढ़ में न्यूनतम तापमान 10 डिग्री से कम रहा। वहीं अधिकतम तापमान बस्ती व चुर्क को छोड़ दें तो 20 से नीचे बना रहा।

बीते दस वर्षों में इस दिसंबर में पड़ी सबसे कम सर्दी 
घने कोहरे, ठिठुराती हवा के बावजूद 2023 की दिसंबर में सर्दी के तेवर बीते दस सालों में सबसे ढीले रहे। जनवरी में भी शीतलहर की गुजाइंश बहुत कम नजर आ रही है। आंचलिक मौसम विज्ञान केंद्र के वरिष्ठ वैज्ञानिक के मुताबिक वर्ष 2014 से 2023 तक को देखें तो बीते साल न्यूनतम तापमान ज्यादा और अधिकतम तापमान सामान्य रहा। 2021 से 2023 तक एक भी दिन शीतलहर नहीं चली। वरिष्ठ मौसम वैज्ञानिक अतुल कुमार सिंह के मुताबिक, जनवरी में हवा की तीव्रता भी कम रहेगी।

वर्ष 2023 में औसत न्यूनतम 11.5 डिग्री रहा। वर्ष 2022 में यह 10.5, 2021 में 10.9, 2020 में 9.6, 2019 में 7.3 डिग्री रहा। इसी तरह 2018 में यह औसत 7.3, 2017 में 10, 2016 में 8.6, 2018 में 8.8, 2014 में 6.4 डिग्री था।
अभी मौसम में कोई बदलाव नहीं

राजधानी में सोमवार को हल्का कोहरा छाया रहा। दिनभर हवा चलती रही, धूप निकली, लेकिन उसकी तेजी बेअसर रही। दिन का पारा बीते 24 घंटे के 19.5 डिग्री की अपेक्षा 18.5 डिग्री रहा। न्यूनतम तापमान 10.2 के मुकाबले नौ डिग्री सेल्सियस रहा। मौसम वैज्ञानिक अतुल कुमार सिंह के मुताबिक, अभी मौसम में कोई विशेष बदलाव नहीं है।

Related Articles

Back to top button
T20: भारत का क्लीन स्वीप जानिये कितने खतरनाक हैं कबूतर। शतपावली: स्वस्थ रहने का एक आसान उपाय भारतीय मौसम की ALERT कलर कोडिंग In Uttar Pradesh Call in Emergency