स्वतंत्रता सेनानी सावरकर की पुण्यतिथि पर योगी ने दी श्रद्धांजलि
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ समेत भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के वरिष्ठ नेताओं ने स्वतंत्रता संग्राम सेनानी विनायक दामोदर सावरकर की पुण्यतिथि पर उन्हें अपनी श्रद्धांजलि दी। योगी ने कहा कि सावरकर का संघर्षमय जीवन प्रत्येक राष्ट्रभक्त के लिए महान प्रेरणा है। मुख्यमंत्री ने सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ पर अपने संदेश में कहा, ”भारत की स्वाधीनता के लिए अपना सर्वस्व अर्पित करने वाले महान क्रांतिकारी, ‘स्वातंत्र्यवीर’ विनायक दामोदर सावरकर की पुण्यतिथि पर उन्हें कोटि-कोटि नमन एवं विनम्र श्रद्धांजलि! ‘राष्ट्र नायक’ वीर सावरकर का संघर्षमय जीवन प्रत्येक राष्ट्रभक्त के लिए महान प्रेरणा है।”
केशव प्रसाद मौर्य ने दी श्रद्धांजलि
प्रदेश के उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने ‘एक्स’ पर अपने संदेश में कहा, “कष्ट ही तो वह प्रेरक शक्ति है जो मनुष्य को कसौटी पर परखती है और आगे बढ़ाती है।” मौर्य ने इसी संदेश में कहा, ”मां भारती के महान सपूत भारतीय स्वतंत्रता आंदोलन में सक्रिय भूमिका निभाने वाले, राष्ट्रवाद के पर्याय, ओजस्वी वक्ता एवं प्रसिद्ध समाज सुधारक श्रद्धेय विनायक दामोदर वीर सावरकर जी की पुण्यतिथि पर उन्हें विनम्र श्रद्धांजलि।”
भूपेन्द्र सिंह चौधरी ने दी श्रद्धांजलि
भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष भूपेन्द्र सिंह चौधरी ने ‘एक्स’ पर पोस्ट किया, ”महान स्वतंत्रता सेनानी, प्रखर राष्ट्रवादी विचारक एवं देश के करोड़ों लोगों के हृदय में राष्ट्रभक्ति की भावना जागृत करने वाले श्रेष्ठ क्रांतिकारी विनायक दामोदर सावरकर ‘वीर सावरकर’ जी की पुण्यतिथि पर उन्हें कोटि-कोटि नमन। वीर सावरकर जी का जीवन मातृभूमि की सेवा में समर्पित रहा एवं उनका त्याग, तप और संघर्ष सदैव वंदनीय रहेगा।”
महान क्रांतिकारी और स्वतंत्रता सेनानी थे सावरकर
हिन्दू महासभा के अध्यक्ष रहे विनायक दामोदर सावरकर का जन्म महाराष्ट्र के नासिक जिले के भागुर गांव में 28 मई 1883 को हुआ था। उनका निधन 26 फरवरी, 1966 को मुंबई में हुआ था। वह प्रसिद्ध क्रांतिकारी, स्वतंत्रता सेनानी, समाजसुधारक, इतिहासकार तथा विचारक थे। वह भारत के एक ऐसे क्रांतिकारी और स्वतंत्रता सेनानी जिन्हें 2-2 आजीवन कारावास की सजा सुनाकर काला पानी की सजा दी गई और सेलुलर जेल भेजा गया। करीब 10 वर्ष कोल्हू चलवाकर कठोर अत्याचार किया गया, परंतु क्रूर अंग्रेजों के आगे नहीं झुके। हिन्दुत्व’ को विकसित करने का बड़ा श्रेय भी इन्हें ही जाता है।