दमोह में शॉर्ट सर्किट से 25 एकड़ में लगी गेहूं की फसल खाक

दमोह के कोंडाकला गांव में बुधवार को शॉर्ट सर्किट से निकली चिंगारी के कारण 25 एकड़ में लगी गेहूं की फसल जलकर खाक हो गई। समय पर फायर ब्रिगेड न पहुंचने के कारण किसानों को खुद ही आग को बुझाना पड़ा।

गर्मी का मौसम आते ही शॉर्ट सर्किट के कारण खेतों में खड़ी फसलों में आग लगने की घटनाएं शुरू हो जाती हैं। बुधवार को दमोह जिले के जबेरा ब्लॉक के ग्राम कोंडाकला में इसी प्रकार का घटनाक्रम सामने आया जहां 25 एकड़ में लगी गेहूं की फसल आग में जलकर खाक हो गई। बुधवार दोपहर एक बजे शॉर्ट सर्किट से तारों से निकली चिंगारी नीचे गेहूं की फसल में जाकर गिरी और सूखी फसल होने के कारण कुछ ही देर में 25 एकड़ में आग फैल गई। ग्रामीणों ने फायर ब्रिगेड को सूचना दी, लेकिन डेढ़ घंटे तक कोई वाहन नहीं पहुंचा। तब तक किसानों ने पंप मशीन लगाकर आग बुझाने का प्रयास किया, तब किसी तरह आग पर काबू पाया गया।

काेंड़ाकला सरपंच प्रतिनिधि जितेंद्र राय ने बताया कि उनके खेत में दोपहर करीब 1 बजे शार्ट सर्किट से निकली चिंगारी से खेतों में खड़ी गेहूं की फसल में आग लग गई और देखते ही देखते आग हवा के तेज वेग से फैलती गई। फायर ब्रिगेड के आने तक करीब 25 एकड़ में लगी गेहूं की फसल जलकर खाक हो गई। स्थानीय किसानों, ग्रामीणों ने ट्रैक्टरों में हैरो मशीन फंसाकर जुताई करते हुए आग पर काबू पाया गया। सामूहिक प्रयासों से आग पर समय रहते काबू पा लिया गया अन्यथा सैकड़ों एकड़ में फैल सकती थी।

जबेरा जनपद मुख्यालय में स्थाई रूप से दमकल वाहन उपलब्ध नहीं होने से आगजनी की घटनाओं पर तत्काल काबू नही पाया जाता है। इससे किसानों को भारी नुकसान हो जाता है और मेहनत की फसलें हर साल आगजनी की घटनाओं जलकर खाक हो जाती हैं। सिग्रामपुर चौकी प्रभारी आलोक तिरपूढ़े ने बताया कि कोंडाकला गांव के खेत में आग लगने की सूचना प्राप्त हुई थी। फायर ब्रिगेड के लिए तुरंत कंट्रोल रूम फोन लगाकर अवगत कराया गया था। पुलिस स्टाफ को मौके पर भेजकर आग पर काबू पाया गया। आग से खेतो में खड़ी गेहूं की फसल खाक हो गई है, लेकिन आग से कोई जनहानि नहीं हुई है।

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