मासिक दुर्गाष्टमी पर करें इस चमत्कारी स्तोत्र का पाठ

सनातन धर्म में मासिक दुर्गाष्टमी का दिन बेहद शुभ माना गया है। वैशाख में मासिक दुर्गाष्टमी का पर्व 15 मई को है। इस दिन साधक मां दुर्गा की पूजा करते हैं और जीवन में सुख-शांति के लिए व्रत भी रखते हैं। धार्मिक मान्यता है कि सच्चे मन से मां दुर्गा की उपासना करने से माता रानी की कृपा बनी रहती है। अगर आप भी मां का आशीर्वाद प्राप्त करना चाहते हैं, तो मासिक दुर्गाष्टमी पर पूजा के दौरान दुर्गा स्तोत्र का पाठ अवश्य करें। दुर्गा स्तोत्र का पाठ करने से सभी दुखों से छुटकारा मिलता है। आइए, दुर्गा स्तोत्र जानते हैं-

दुर्गा स्तोत्र (Durga Stotram)

जय भगवति देवि नमो वरदे जय पापविनाशिनि बहुफलदे।

जय शुम्भनिशुम्भकपालधरे प्रणमामि तु देवि नरार्तिहरे॥1॥

जय चन्द्रदिवाकरनेत्रधरे जय पावकभूषितवक्त्रवरे।

जय भैरवदेहनिलीनपरे जय अन्धकदैत्यविशोषकरे॥2॥

जय महिषविमर्दिनि शूलकरे जय लोकसमस्तकपापहरे।

जय देवि पितामहविष्णुनते जय भास्करशक्रशिरोवनते॥3॥

जय षण्मुखसायुधईशनुते जय सागरगामिनि शम्भुनुते।

जय दु:खदरिद्रविनाशकरे जय पुत्रकलत्रविवृद्धिकरे॥4॥

जय देवि समस्तशरीरधरे जय नाकविदर्शिनि दु:खहरे।

जय व्याधिविनाशिनि मोक्ष करे जय वाञ्छितदायिनि सिद्धिवरे॥5॥

एतद्व्यासकृतं स्तोत्रं य: पठेन्नियत: शुचि:।

गृहे वा शुद्धभावेन प्रीता भगवती सदा॥6॥

मासिक दुर्गाष्टमी डेट 2024 और शुभ मुहूर्त (Masik Durgashtami 2024 Date and Shubh Muhurat)

मासिक दुर्गाष्टमी तिथि का प्रारंभ – 15 मई दिन बुधवार सुबह 04 बजकर 19 मिनट से।

मासिक दुर्गाष्टमी तिथि का समापन – 16 मई दिन गुरुवार सुबह 06 बजकर 22 मिनट तक।

ऐसे में मासिक दुर्गाष्टमी व्रत 15 मई को किया जाएगा।

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