GST के दायरे में लाने से पेट्रोल-डीजल की कीमतों पर लगेगी लगाम

पेट्रोल-डीजल को लंबे समय से जीएसटी के तहत लाने की मांग की जा रही है। अगर ऐसा होता है तो देश में पेट्रोल-डीजल की कीमतों में करीब 20 रुपए तक की कमी आ सकती है। केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने जीएसटी काउंसिल की 53वीं बैठक के बाद कहा था कि केंद्र सरकार की मंशा हमेशा से पेट्रोल और डीजल को जीएसटी के दायरे में लाने की रही है और अब राज्यों को एक साथ आकर इसकी दर तय करनी है।

दरअसल, पेट्रोल-डीजल पर केंद्र सरकार की ओर से एक्साइज ड्यूटी लगाई जाती है। वहीं, राज्य सरकार द्वारा वैट (VAT) वसूला जाता है। इसके अलावा ट्रांसपोर्टेशन लागत और डीलर कमीशन मिलाकर अंतिम कीमत आती है।

दिल्ली में पेट्रोल का बेस प्राइस 55.46 रुपए
उदाहरण के लिए मौजूदा समय में दिल्ली में पेट्रोल का बेस प्राइस 55.46 रुपए है। इस पर 19.90 रुपए की एक्साइज ड्यूटी, 15.39 रुपए का वैट लगता है। इसके बाद ट्रांसपोर्टेशन लागत और डीलर कमीशन क्रमश: 20 पैसे और 3.77 रुपए लगता है। ऐसे में अंतिम कीमत 94.72 रुपए निकलकर आती है।

दिल्ली में डीजल का बेस प्राइस 56.20 रुपए
वहीं, दिल्ली में डीजल का बेस प्राइस 56.20 रुपए है। इस पर 15.80 रुपए की एक्साइज ड्यूटी, 12.82 रुपए का वैट लगता है। इसके बाद ट्रांसपोर्टेशन लागत और डीलर कमीशन क्रमश: 22 पैसे और 2.58 रुपए लगता है। ऐसे में अंतिम कीमत 87.62 रुपए होती है।

19.7 रुपए प्रति लीटर सस्ता हो सकता है पेट्रोल
अगर पेट्रोल-डीजल को जीएसटी के दायरे में लाया जाता है तो काफी फायदा होगा, क्योंकि जीएसटी की अधिकतम दर 28 फीसदी है। दिल्ली में पेट्रोल का बेस प्राइस 55.46 रुपए है। इस पर 28 फीसदी जीएसटी लगा दी जाए तो टैक्स 15.58 रुपए बनता है। अगर ट्रांसपोर्टेशन लागत और डीलर कमीशन क्रमश: 20 पैसे और 3.77 रुपए जोड़ दिए जाए तो अंतिम कीमत 75.01 रुपए बनती है। ऐसे में पेट्रोल 19.7 रुपए प्रति लीटर सस्ता हो सकता है।

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