WhatsApp ने किसानों तक डिजिटल पेमेंट की पहुंच के लिए शुरू किया पायलट प्रोजेक्‍ट, जानिए क्‍या है मेगा प्‍लान

WhatsApp ने किसानों तक डिजिटल पेमेंट की पहुंच के लिए पायलट प्रोजेक्‍ट शुरू किया है। सोशल मैसेजिंग प्‍लेटफॉर्म ने कर्नाटक और महाराष्‍ट्र के 500 गांवों में यह मुहिम शुरू की है। इससे ग्रामीणों को WhatsApp से पेमेंट में आसानी होगी। मेटा के एक बड़े इवेंट फ्यूल फॉर इंडिया 2021 में इसका ऐलान हुआ।

WhatsApp इंडिया के प्रमुख अभिजित बोस ने कहा कि Pilot की शुरुआत डिजिटल पेमेंट को गांवों में बढ़ावा देने के लिए हुई है। हम देश में फाइनेंशियल इनकल्‍शन को बढ़ावा देने के लिए प्रतिबद्ध हैं। पायलट की शुरुआत डिजिटल पेमेंट सिस्‍टम में 500 मिलियन नए ट्रांजैक्‍शन लाने की है। WhatsApp का आसानी से पेमेंट का सिस्‍टम नए लोगों को इससे जोड़ेगा।

बोस ने कहा कि कंपनी कम पढ़े-लिखे लोगों को और जागरूक बनाएगी ताकि वे डिजिटल पेमेंट पर भरोसा कर सकें और नकद की दुनिया से बाहर निकलें। पायलट परियोजना का नाम डिजिटल पेमेंट उत्‍सव है। यह 15 अक्‍टूबर से कर्नाटक के क्‍याथनहल्‍ली गांव में चल रहा है। वहां कंपनी के कारिंदे ग्रामीणों को डिजिटल पेमेंट के बारे में बता रहे हैं।

बोस ने कहा कि ग्रामीणों को UPI पेमेंट के लिए साइनअप करने, नया खाता बनाने और कैसे उसे सुरक्षित रखना है, इस बारे में जागरूक कर रहे हैं। अब तक के नतीजों से Pilot प्रोजेक्‍ट के सफल होने के संकेत ज्‍यादा मिल रहे हैं। लोगों में पेमेंट के नए तरीके को सीखने की ललक दिख रही है। कारोबार और लोग डिजिटल ढंग से पेमेंट को अपना रहे हैं।

बोस ने कहा कि कंपनी 6 महीने तक पेमेंट ऑन WhatsApp को बढ़ावा देने के लिए नए निवेश करती रहेगी। Payments on WhatsApp एनपीसीआई और आरबीआई की आम लोगों तक UPI की समझ बढ़ाने और इसे अपनाने के लिए प्रेरित करने में साझेदार है। नवंबर में मेटा ने ऐलान किया था कि नेशनल पेमेंट्स कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया (NPCI) ने उसे अपनी पेमेंट सर्विस का यूजर बेस 40 मिलियन करने की इजाजत दी है।

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