8 घंटे श्री दरबार साहिब में रहा बेअदबी की घटना को अंजाम देने वाला युवक, डिप्टी सीएम ने किया खुलासा

श्री हरिमंदिर साहिब में गत दिवस बेअदबी के प्रयास की घटना के बाद पंजाब में माहौल तनावपूर्ण बन गया है। घटना के बारे में जानकारी लेने के लिए उपमुख्यमंत्री सुखजिंदर सिंह रंधावा अमृतसर पहुंचे। रंधावा के पास गृह विभाग भी है। रंधावा ने कहा कि अभी तक की जांच में सामने आया है कि बेअदबी के प्रयास का आरोपित युवक श्री दरबार साहिब में 8 घंटे तक रहा।
रंधावा ने कहा कि आरोपित सुबह 11:40 बजे श्री दरबार साहिब पहुंचा था। इसके बाद वह श्री अकाल तख्त साहिब के बाहर आराम करता रहा। आरोपित ने धूप सेकी और फिर शाम को 6 बजे सचखंड साहिब में जाकर बेअदबी की घटना को अंजाम दे दिया। डिप्टी सीएम रविवार सुबह पुलिस लाइन में पुलिस अधिकारियों के साथ बैठक की। बता दें, घटना के बाद बेअदबी के आरोपित युवक को पीट-पीट कर मार दिया गया था।
उन्होंने मीडिया कर्मियों को बताया कि सारे मामले की जांच करवाई जाएगी। पुलिस की टीमें पता लगाने में जुटी हैं कि बेअदबी करने वाले मर चुके युवक के साथ और कौन-कौन से लोग थेl फिलहाल जांच में यही साफ हुआ है कि बेअदबी करने वाला युवक श्री हरमंदिर साहिब में अकेला ही दाखिल हुआ था। पुलिस की स्पेशल टीमें श्री हरमंदिर साहिब के रास्ते में लगे प्राइवेट कैमरों की फुटेज खंगाल रही है।
रंधावा ने दावा किया है कि आने वाले दो-तीन दिन में सारा मामला साफ हो जाएगा। मरने वाले के साथ ही सब कुछ समाप्त हो गया। उसके कब्जे से ना तो कोई मोबाइल बरामद हुआ और न ही कोई पर वह दस्तावेज। उन्होंने बताया कि एसजीपीसी टास्क फोर्स का भी इंटेलिजेंट विंग होना चाहिए, ताकि इस तरह के मामलों की जांच की जा सके। उन्होंने बताया कि माझा जोन के गांवों में 4900 से ज्यादा गुरुद्वारे हैं। वहां लगे सीसीटीवी की भी जांच करवाई जा रही है। यह पता लगाया जा रहा है कि वह कैमरे चल रहे हैं या नहीं। वहीं, श्री गुरु ग्रंथ साहिब के शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी के प्रबंधों से गायब हुए 328 स्वरूपों की जानकारी की मांग को लेकर अलग-अलग सिख जत्थेबंदियों की ओर से श्री हरमंदिर साहिब तक एक रोष मार्च निकाला गया। इस मार्च की अगुवाई भाई परमजीत सिंह अकाली और रंजीत सिंह दमदमी टकसाल कर रहे थे। प्रदर्शनकारी हरिमंदिर साहिब के बाहर स्थित गोल्डन प्लाजा में बैठकर सतनाम वाहेगुरु का जाप करते रहे। प्रदर्शनकारी मांग कर रहे हैं कि श्री गुरु ग्रंथ साहिब के जो स्वरूप एसजीपीसी के प्रबंधों के तहत गायब हुए हैं। उनकी जानकारी संगत को दी जाए। 1 वर्ष से अधिक समय हो गया है। शिरोमणि कमेटी वादे के बावजूद गायब हुए स्वरूपों की जानकारी संगत को नहीं दे रही है उनकी मांग है कि यह जानकारी जल्दी से जल्दी संगत को दी जाए ताकि सच्चाई का पता चल सके कि स्वरूप कहां है।