दिल्ली के उन छात्रों को स्कूलों में प्रवेश नहीं मिलेगा जिन्होंने अब तक नहीं ली कोरोना की एक भी डोज….

देश की राजधानी दिल्ली में सोमवार से कक्षा 9वीं से 12वीं तक के स्कूल खोले जाएंगे, लेकिन एंट्री उन्हीं छात्र-छात्राओं को प्रवेश मिलेगा, जिन्होंने कोरोना रोधी टीका लगवाया होगा। उन छात्रों को स्कूलों में प्रवेश नहीं मिलेगा, जिन्होंने अब तक कोरोना की एक भी डोज नहीं ली है। वहीं, कोरोना से बचाव की कड़ी में सभी स्कूल स्टाफ के लिए कोरोना का टीका लेना अनिवार्य है। गौरतलब है कि उपराज्यपाल अनिल बैजल की अध्यक्षता में दिल्ली आपदा प्रबंधन प्राधिकरण ने फैसला किया है कि दिल्ली में उच्च शिक्षा के संस्थान एसओपी के अधीन खुलेंगे और कोविड ​​उपयुक्त व्यवहार का सख्ती से पालन करना होगा। वहीं, कक्षा 9वीं-12वीं के स्कूल 7 फरवरी से फिर से चरणबद्ध तरीके से खुलेंगे। जिन शिक्षकों का टीकाकरण नहीं हुआ है, उन्हें अनुमति नहीं दी जाएगी।

स्कूल खोलने को लेकर जारी किए जा सकते हैं ये दिशा-निर्देश

  • किसी भी अभिभावक को अपने बच्चे को स्कूल भेजने के लिए बाध्य नहीं किया जाएगा।
  • पढ़ाई हाइब्रिड मोड में हो सकती है। कहने का मतलब फिजिकल और आनलाइन दोनों मोड में छात्र-छात्राएं कक्षाएं ले सकेंगे।
  • 50 प्रतिशत से ज्यादा छात्र-छात्राओं को एक बार में नहीं बुलाया जाएगा।
  • स्कूल को सुनिश्चित करना होगा कि सभी को कोरोना रोधी टीका लगा।
  • स्कूलों में कोविड- गाइडलाइन्स का पालन करना अनिवार्य है
  • फेस मास्क लगाना होना।
  • शारीरिक दूरी के नियमों का पालन करना होगा।

बता दें कि दिल्ली में फिलहाल 9वीं से 12वीं कक्षा के स्कूलों को फैसला लिया गया है। आगामी 7 फरवरी से खुलने वाले स्कूलों को कोविड गाइडलाइन्स का पालन करना होगा। इस दौरान छात्रों को फेस मास्क पहनना और शारीरिक दूरी का पालन करना अनिवार्य किया गया है। इसके अलावा, माना जा रहा है कि कोरोना के हालात को देखते हुए कम समय के लिए कक्षाएं आयोजित की जाएं। गौरतलब है कि पिछले कई महीनों से दिल्ली में स्कूल बंद हैं, कभी कोरोना के चलते तो कभी वायु प्रदूषण सूचकांक में इजाफा होने के कारण।

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