लखीमपुर खीरी में हुई हिंसा को लेकर हैरान कर देने वाली खबर आई सामने,बरामद हुआ ड्राइवर का फ़ोन

 हर दिन कई ऐसी घटनाएं सामने आती है, जिनके बारें में सुनकर भी होश उड़ जाते है, ऐसा ही कुछ हाल ही में यानी कि 03 अक्टूबर को लखीमपुर खीरी के तिकुनिया में हिंसा भड़क उठी थी. जिसके बाद अब यूपी के लखीमपुर खीरी में हुई हिंसा को लेकर हैरान कर देने वाली खबर हाथ आई है. लखनऊ पुलिस ने थार जीप चलाने वाले ड्राइवर हरिओम मिश्रा का मोबाइल फोन जब्त कर लिया है. इस फोन को कार्रवाई के लिए फॉरेंसिक लैब भेजा जा चुका है. हरिओम मिश्रा केंद्रीय गृह राज्य मंत्री अजय मिश्रा टेनी का ड्राइवर था. हिंसा में हरिओम मिश्रा की जान चली गई.

जिसके बाद यह भी पता चला है कि 3 अक्टूबर को हिंसा के उपरांत हरिओम मिश्रा का मोबाइल लावारिस हालत में गांव के एक लड़के के हाथ लगा है . घटना के उपरांत मोबाइल फोन कई दिनों तक लड़के ने ही अपने पास ही रखा है, लेकिन जब उसने फोन को दोबारा चालू किया तो पुलिस ने उसे बरामद कर लिया. जिस लड़के के पास से हरिओम का मोबाइल फोन जब्त किया जा चुका है, पुलिस ने उससे और उसके पिता को पूछताछ के उपरांत रिहा कर दिया. 

वहीं अब हरिओम के फोन को फॉरेंसिक कार्रवाई के लिए भेज दिया है. पुलिस को इस घटना से जुड़े कई अहम सुराग मिलने का अनुमान जताया जा रहा है.  फोन का डेटा भी रिकवर करने  का प्रयास होगा. जहां इस बात का पता चला है कि इस हिंसा में 4 किसानों सहित 8 लोगों  की जान चली गई थी. किसानों को कुचलने के आरोप केंद्रीय गृह राज्य मंत्री अजय मिश्रा के बेटे आशीष मिश्रा पर लगाए जा चुके है , जिसके चलते आशीष को हिरासत में ले लिया गया है और उसे अभी जेल रखा गया है. हिंसा में दलजीत सिंह (32), गुरविंदर सिंह (20), लवप्रीत सिंह (30) और नक्षत्र सिंह (65) की मौत हो गई थी. साथ ही तीन बीजेपी कार्यकर्ता हरिओम (35), श्याम सुंदर (40) और शुभम मिश्रा (30) और एक स्थानीय पत्रकार रमन कश्यप (28) की भी मौत हो गई थी. 

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