SEBI ने नेशनल स्टॉक एक्सचेंज और उसके दो पूर्व सीईओ पर लगाया जुर्माना, अन्य अधिकारियों पर की कार्रवाई…
भारतीय प्रतिभूति और विनिमय बोर्ड (SEBI) ने नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (NSE) और उसके पूर्व सीईओ चित्रा रामकृष्ण और रवि नारायण सहित दो अन्य अधिकारियों पर कार्रवाई की है। इन पर वरिष्ठ स्तर पर भर्ती में चूक करने को लेकर कार्रवाई की गई है। बाजार नियामक ने पाया कि NSE और उसके शीर्ष अधिकारियों ने समूह संचालन अधिकारी और प्रबंध निदेशक के सलाहकार के रूप में आनंद सुब्रमण्यम की नियुक्ति से संबंधित प्रतिभूति अनुबंध नियमों का उल्लंघन किया है।
SEBI ने चित्रा रामकृष्ण पर 3 करोड़ रुपये, NSE, रवि नारायण और आनंद सुब्रमण्यम पर 2-2 करोड़ रुपये का जुर्माना लगाया है। इन्हें 45 दिनों की अवधि के भीतर अपने संबंधित जुर्माने का भुगतान करने का निर्देश भी दिया गया है। बता दें कि रवि नारायण अप्रैल 1994 से मार्च 2013 तक नेशनल स्टॉक एक्सचेंज के एमडी और सीईओ थे, जबकि चित्रा रामकृष्ण अप्रैल 2013 से दिसंबर 2016 तक एनएसई की एमडी और सीईओ थी।
मानदंडों के उल्लंघन के समय एनएसई के मुख्य नियामक अधिकारी और मुख्य अनुपालन अधिकारी वी आर नरसिम्हन को 6 लाख रुपये का भुगतान करने का निर्देश दिया गया है। इसके अलावा, बाजार नियामक ने नेशनल स्टॉक एक्सचेंज को छह महीने की अवधि के लिए कोई भी नया उत्पाद लॉन्च करने से रोक दिया है।
आदेश में बाजार नियामक सेबी ने उल्लेख किया कि आनंद सुब्रमण्यम को उचित प्रक्रिया का पालन किए बिना नियुक्त किया गया था और उन्हे एनएसई के अधिकांश वरिष्ठ अधिकारियों की तुलना में प्रति वर्ष 4 करोड़ रुपये से अधिक का असमान वेतन दिया गया था।
आदेश में कहा गया आनंद सुब्रमण्यम भी अज्ञात व्यक्ति के साथ एक सहयोगी था, जिसने चित्रा रामकृष्ण के फैसले को प्रभावित किया था। इस तरह से आनंद सुब्रमण्यम ने समुह संचालन अधिकारी और एमडी के सलाहकार के रूप में दोबारा पद हासिल किया। अज्ञात शख्स की सलाह पर उसे हर साल ज्यादा भुगतान किया जा रहा था।