एलटीटी मुंबई एक्सप्रेस में अब दो सौ रुपये में बेचे जा रहे कंबल, यात्रियों की सुरक्षा के लिए रेलवे प्रशासन ने कोरोना काल में बेडरोल पर लगाई रोक

अगर आप मुंबई जा रहे हैँ तो बेडरोल ले जाने की जरूरत नहीं है। जी हां रेलवे प्रशासन की तमाम कोशिशों के बाद भी ट्रेन के एसी कोचों में बेडरोल बेचा जा रहा है। सिर्फ आपको कुछ जेब ढीली करनी होगी। एलटीटी मुंबई एक्सप्रेस में यह गोरखधंधा कभी भी रेलवे अफसर देख सकते हैं। यात्रियों की सुरक्षा के लिए रेलवे प्रशासन ने कोरोना काल में बेडरोल पर रोक लगाई थी। उद्देश्य था कि यात्री बेडरोल का इस्तेमाल न करे, जिससे कोरोना संक्रमण फैलने का खतरा बना रहे। इसके बाद भी रेलवे अफसरों को फुर्सत नहीं कि वह रेलवे में औचक निरीक्षण करें। इसके कारण एलटीटी मुंबई एक्सप्रेस में अब दो सौ रुपये में कंबल बेचे जा रहे हैं। यह बेहद सस्ते हैं लेकिन अवैध रूप से रेलवे के कुछ कर्मचारियों की मिलीभगत से बेचे जा रहे हैं।
रेलवे प्रशासन को इसकी भनक नहीं है। रेलवे अफसरों का तर्क है कि अगर ऐसा कुछ हो रहा है तो ऐसे लोगों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। सवाल खड़ा होता है कि अभी मुंबई में कोरोना संक्रमण की स्थिति लखनऊ से खराब है। आने व जाने वाली ट्रेनों में कंबल का प्रयोग बदस्तूर जारी है।
खरीदने के बाद नहीं ले जाते यात्री कंबल: ट्रेन में सफर करने के दौरान जो यात्री इन अवैध वेंडरों से कंबल दो सौ रुपये में खरीदते हैं, वह घर नहीं ले जाते। यही वेंडर उन्हें साफ करके फिर दो सौ रुपये में बेच देते हैं। अंदाजा लगाया जा सकता है कि अवैध वेंडर कंबल नहीं बीमारी बांट रहे हैं। सूत्रों के मुताबिक लंबी दूरी की ट्रेनों में यह खेल कई ट्रेनों में चल रहा है। ट्रेन लखनऊ से निकलते ही आउटर पर यह लड़के कंबल लेकर चढ़ जाते हैं। फिर थर्ड एसी व सेकेंड एसी में कंबल बेचने का काम करते हैं और कानपुर में उतर जाते हैं। कानपुर से दूसरी टीम चढ़ती है।रेलवे अफसर अंजान, मुंबई जाने वाली ट्रेनों में बेचे जा रहे कंबल।