फुट एंड माउथ बीमारी जो की बच्चों में देखी गई है , तो आइए जानें इस बीमारी के बारे में

टीवी एक्टर चारू असोपा ने हाल ही में बताया कि उनकी बेटी हैंड, फुट एंड माउथ बीमारी से जूझ रही है। यह रोग आमतौर पर छोटे बच्चों को ही अपना शिकार बनाता है, इसमें छोटे बच्चों के चेहरे, हाथों, पैरों और यहां तक कि गले में भी छाले हो जाते हैं।

आपको बता दें कि चारू असोपा, अपने पति राजीव सेन से हाल ही में अलग हुई हैं। उन्होंने बताया कि उनकी 9 महीने की बेटी न कुछ खा रही है और न ही पी पा रही है और हर वक्त चिड़चिड़ी रहती है। ज़ियाना लगातार रो रही थी। डॉक्टर ने पेट दर्द के लिए उसे दवाई दी, जिससे वह दो घंटे के लिए सो पाई। लेकिन जब वह उठी तो दोबारा रोने लगी, जिसके बाद मुझे उसे अस्पताल ले जाना पड़ा।

उन्होंने यह भी बताया कि ज़ियाना जब अस्पताल से लौटी तो उसके चेहरे और हाथों पर लाल धब्बे थे। जिसके बाद डॉक्टर ने बताया कि यह हैंड, फुट एंड माउथ डिज़ीज़ है।

क्या है हैंड, फुट एंड माउथ बीमारी?

मेडिकल एक्सपर्ट्स के मुताबिक, हैंड, फुट एंड माउथ डिज़ीज़ एक ऐसा इन्फेक्शन है, जिसमें बुखार के साथ हाथ, पैरों और पंजों के साथ पूरे शरीर पर दर्दनाक छाले पड़ जाते हैं। यह इन्फेक्शन एंटेरोवायरस की वजह से होता है, जो हवा में मौजूद बूंदों के संपर्क में आने से होता है और तेज़ी से फैलता है।

हैंड, फुट एंड माउथ के लक्षण क्या हैं?

यह बीमारी 10 साल तक के छोटे बच्चों में होती है, जो गंभीर नहीं है लेकिन दर्दनाक ज़रूर है। इसमें बच्चे को निगलने में तकलीफ होती है, क्योंकि गले में भी छाले हो जाते हैं।

  • बुखार और दर्द
  • गले में दिक्कत
  • दर्दनाक छाले
  • भूख न लगना
  • कमज़ोरी और थकावट
  • चिड़चिड़ापन

यह बीमारी कैसे फैलती है?

यह वायरस जो इस बीमारी का कारण बनता है, तेज़ी से एक व्यक्ति से दूसरे को संक्रमित करता है। यह आमतौर पर नीचे दिए गए कारणों से फैल सकता है।

  • थूक
  • बलगम
  • छालों के डिसचार्ज से
  • मल
  • खांसे या छींकने से
  • खाना शेयर करने, गले लगाने या फिर चूमने से
  • दूषित सतहों को छू लेने से

इस बीमारी का इलाज क्या है?

इस बीमारी का न तो कोई इलाज है और न ही वैक्सीन, इसलिए बेहतर है कि इसे हफ्ते या 10 दिन का समय दिया जाए। बच्चों को दर्द से आराम दिलाने के लिए डॉक्टर कुछ दवाएं दे सकते हैं। खाने में उन्हें दही, छाछ और आइसक्रीम जैसी ठंडी चीज़ें दी जा सकती हैं। लेकिन सोडा युक्त कोल्डड्रिंक्स देने से बचें।

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