अपर कलेक्टर आशीष तिवारी के तबादले के बाद राज्य शासन ने जिला पंचायत सीईओ काे साैंपा निगम आयुक्त का प्रभार

ग्वालियर नगर निगम आयुक्त की कुर्सी आखिर सवा माह बाद भर गई है। अपर कलेक्टर आशीष तिवारी के तबादले के बाद राज्य शासन ने जिला पंचायत सीईओ किशाेर कान्याल काे निगम आयुक्त का प्रभार साैंप दिया है। इससे शहर विकास काे गति ताे मिलेगी ही साथ ही जनता की समस्याओं की सुनवाई में भी तेजी आएगी। आदेश जारी हाेने के बाद दाेपहर करीब बारह बजे किशाेर कान्याल निगम मुख्यालय पहुंचे और पदभार गृहण किया।

श्याेपुर में बाढ़ के बाद जब हालात बिगड़ने ताे तबादलाें की झड़ी लग गई थी। ऐसे में व्यवस्था बनाने के लिए तत्कालीन निगमायुक्त शिवम वर्मा काे श्याेपुर कलेक्टर बनाया गया था। इसके बाद श्याेपुर की ताे व्यवस्था बन गई, लेकिन ग्वालियर में हालात बिगड़ने लगे। सफाई कर्मचारियाें की हड़ताल के कारण सफाई व्यवस्था चरमरा गई, वहीं बदहाल सड़काें के कारण आमजनता में भी आक्राेश पनपने लगा था। ऐसे में कलेक्टर काैशलेंद्र विक्रम सिंह ने व्यवस्था बनाने के लिए अपर कलेक्टर आशीष तिवारी काे निगमायुक्त का प्रभार साैंप दिया था। इससे कुछ सुधार जरूर हुआ, लेकिन स्थाई निगमायुक्त नहीं हाेने के काऱण भुगतान सहित अन्य मामले अटके हुए थे। जिससे शहर में विकास कार्याें की रफ्तार धीमी हाे गई थी। बुधवार काे अपर कलेक्टर आशीष तिवारी का तबादला हाेने के साथ ही जिला पंचायत सीईओ किशाेर कान्याल काे भी नगर निगम आयुक्त का प्रभार साैंपने के आदेश जारी हाे गए।

राजनीतिक खींचतान में अटकी थी पाेस्टिंगः शिवम वर्मा काे श्याेपुर कलेक्टर बनाए जाने के बाद ही निगमायुक्त की नियुक्ति हाेना थी, लेकिन राजनीतिक खींचतान में उलझ जाने के कारण पाेस्टिंग में करीब सवा माह का समय लग गया।

व्यवस्थाएं सुधरेंगीः शहर में वर्तमान में बदहाल सड़कें, सीवर एवं सफाई आमजन के लिए परेशानी बने हुए हैं। अपर कलेक्टर आशीष तिवारी काे भी केवल प्रभार दिया गया था, इसलिए वह भी पूरा समय निगम काे नहीं दे पा रहे थे। इसके चलते जनता की सुनवाई ही नहीं विकास कार्याें की रफ्तार भी काफी धीमी हाे गई थी। किशाेर कान्याल लंबे समय से जिला पंचायत सीईओ के पद पर ग्वालियर में ही पदस्थ हैं, इसलिए वह शहर की नब्ज काे भी बेहतर तरीके से जानते हैं। ऐेसेे में व्यवस्थाओं में सुधार की संभावना जताई जा रही है।

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