स्वच्छ वायु सर्वेक्षण 2022 की ओवरऑल रैंकिंग में लखनऊ देशभर के बाकी बड़े शहरों में सबसे ऊपर

स्वच्छ वायु सर्वेक्षण 2022 की ओवरऑल रैंकिंग में लखनऊ ने देशभर के बड़े शहरों को पीछे छोड़ते हुए पहला स्थान हासिल किया। नेशनल क्लीन एयर सिटी कैटेगरी में दस लाख से अधिक आबादी वाले शहरों में प्रयागराज दूसरे तथा वाराणसी नगर निगम तीसरे स्थान पर रहा। कभी देश में सबसे प्रदूषित शहरों में शुमार रहने वाले यूपी के मुरादाबाद ने दस लाख से कम आबादी वाले शहरों की रैंकिंग में पहला स्थान हासिल किया है।

शनिवार को ओडिशा की राजधानी भुवनेश्वर में आयोजित एक समारोह में केंद्रीय पर्यावरण एवं वन मंत्री भूपेंद्र यादव, राज्य मंत्री अश्वनी चौबे, राज्यपाल गणेशी लाल ने महापौर संयुक्ता भाटिया तथा नगर आयुक्त को पुरस्कृत किया। सम्मान स्वरूप 1.5 करोड़ रुपये की राशि का चेक भेंट किया गया। यहां स्वच्छ वायु सर्वेक्षण के आधार पर वायु गुणवत्ता लक्ष्यों को पूरा करने तथा सुधारात्मक निवारक और शमन कार्यों के संचालन में बेहतर प्रदर्शन करने वाले देश के 9 शहरों को ‘नेशनल क्लीन एयर सिटी’ पुरस्कार दिया गया। नेशनल क्लीन एयर प्रोग्राम के तहत देशभर के 174 शहरों का अलग-अलग बिंदुओं पर सर्वे किया था। सड़कों के गड्ढे समय पर भरे जा रहे हैं या नहीं, सफाई की क्या स्थिति है आदि बिंदुओं पर रिपोर्ट तैयार की गई। वर्ष 2019-20 से 2021-22 तक पीएम-10 को 31 कम करने और बायोमास और ठोस कचरे को जलाने से रोकने की गई कार्रवाई पर लखनऊ को1.5 करोड़ रुपये की राशि भेंट की गई।

ट्विटर पर ‘हैशटैग स्वच्छ यूपी सशक्त यूपी’ छाया
सोशल मीडिया ने प्रदेश को स्वच्छ और सशक्त प्रदेश बनाने की योगी सरकार की मुहिम को जबर्दस्त समर्थन दिया है। शनिवार को ट्विटर पर ‘हैशटैग स्वच्छ यूपी सशक्त यूपी’ टॉप ट्रेंडिंग में शुमार हो गया। यह ट्विटर के इंडिया ट्रेंड्स में नंबर एक पायदान पर पहुंच गया और चार घंटे तक टॉप ट्रेंडिंग टॉपिक में शामिल रहा।

रविवार की सुबह यूपी के प्रमुख शहरों का एक्‍यूआई

वहीं गाजियाबाद, नोएडा, मेरठ जैसे शहरों में वायु प्रदूषण की स्थिति में उतार-चढ़ाव बना हुआ है। केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के अनुसार रविवार की सुबह सात बजे नोएडा के सेक्‍टर 62 में वायु गुणवत्‍ता सूचकांक (एक्‍यूआई) 410 पाया गया। वहीं गाजियाबाद के लोनी में 400 और वसुंधरा में 421 एक्‍यूआई दर्ज किया गया है। बता दें कि 400 से ऊपर एक्‍यूआई को खतरनाक स्थिति माना जाता है। इसमें स्‍वस्‍थ व्‍यक्ति की भी तबीयत खराब हो सकती है। मेरठ के जयभीमनगर में 302, कानपुर के नेहरू नगर में 231, बरेली के राजेन्‍द्रनगर में 187, आगरा के शास्‍त्रीपुरम में 140, बरेली के राजेन्‍द्रनगर में 187, प्रयागराज के झूंसी में 136 और वाराणसी के भेलूपुर में 105 एक्‍यूआई दर्ज किया गया है। लखनऊ के बीआर अम्‍बेडकर विश्‍वविद्यालय क्षेत्र में 195, सेंट्रल स्‍कूल क्षेत्र में 144, गोमतीनगर क्षेत्र में 144, कुकरैल क्षेत्र में 141 और लालबाग क्षेत्र में 246 एक्‍यूआई दर्ज किया गया है। 

शहरस्थानAQIहवा कैसी है
आगरामनोहरपुर77ठीक है
 रोहता122अच्‍छी नहीं है
 संजय पैलेस246 खराब है 
 आवास विकास कॉलोनी101अच्‍छी नहीं है
 शाहजहां गार्डेन99ठीक है
 शास्त्रीपुरम140 अच्‍छी नहीं है
बागपतकलेक्टर ऑफिसडाटा नहीं है 
 सरदार पटेल इंटर कॉलेजडाटा नहीं है 
बरेलीसिविल लाइंस141अच्छी नहीं है
 राजेंद्र नगर187अच्‍छी नहीं है
बुलंदशहरयमुनापुरम260खराब है
फिरोजाबादनगला भाऊ140अच्‍छी नहीं है
 विभब नगर132अच्‍छी नहीं है
गाजियाबादइंदिरापुरम328बहुत खराब है
 लोनी400बहुत खराब है
 संजय नगर378बहुत खराब है
 वसुंधरा421खतरनाक है
गोरखपुरमदन मोहन मालवीय तकनीकी विश्वविद्यालय127अच्‍छी नहीं है
ग्रेटर नोएडानॉलेज पार्क 3390बहुत खराब है
 नॉलेज पार्क 5415खतरनाक है
हापुड़आनंद विहार231खराब है
झांसीशिवाजी नगर249खराब है
कानपुरकिदवई नगर209खराब है
 आईआईटीडाटा नहीं है 
 कल्याणपुर175अच्छी नहीं है
 नेहरू नगर231खराब है
खुर्जाकालिंदी कुंज212खराब है
लखनऊआंबेडकर यूनिवर्सिटी195अच्‍छी नहीं है
 सेंट्रल स्कूल144अच्‍छी नहीं है
 गोमती नगर144अच्‍छी नहीं है
 कुकरैल141अच्‍छी नहीं है
 लालबाग246खराब है
 तालकटोराडाटा नहीं है   
मेरठगंगा नगर119अच्‍छी नहीं है
 जय भीम नगर302बहुत खराब है
 पल्लवपुरम222खराब है
मुरादाबादबुद्धि विहार160अच्‍छी नहीं है
 इको हर्बल पार्क163अच्‍छी नहीं है
 रोजगार कार्यालयडाटा नहीं है 
 जिगर कॉलोनी200अच्‍छी नहीं है
 कांशीराम नगर167अच्‍छी नहीं है
 लाजपत नगरडाटा नहीं है 
 ट्रांसपोर्ट नगर154अच्‍छी नहीं है
मुजफ्फरनगरनई मंडी229खराब है
नोएडासेक्टर 125344बहुत खराब है
 सेक्टर 62410खतरनाक है
 सेक्टर 1354बहुत खराब है
 सेक्टर 116400बहुत खराब है
प्रयागराजझूंसी136अच्‍छी नहीं है
 मोतीलाल नेहरू एनआईटी118अच्‍छी नहीं है
 नगर निगम109अच्‍छी नहीं है
वाराणसीअर्दली बाजार90ठीक है
 भेलपुर105अच्‍छी नहीं है
 बीएचयू86ठीक है
 मलदहिया102अच्‍छी नहीं है
वृंदावनओमेक्स इटर्निटी143अच्‍छी नहीं है
नोट- AQI केकिस रेंज का आपके लिए क्या मतलब हैनीचे का टेबलचेक कर लें
AQI का रेंजहवा का हालस्वास्थ्य पर संभावित असर 
0-50अच्छी हैबहुत कम असर
51-100ठीक हैसंवेदनशील लोगों को सांस की हल्की दिक्कत
101-200अच्छी नहीं हैफेफड़ा, दिल और अस्थमा मरीजों को सांस में दिक्कत
201-300खराब हैलंबे समय तक ऐसे वातावरण में रहने पर किसी को भी सांस में दिक्कत
301-400बहुत खराब हैलंबे समय तक ऐसे वातावरण में रहने पर सांस की बीमारी का खतरा
401-500खतरनाक हैस्वस्थ आदमी पर भी असर, पहले से बीमार हैं तो ज्यादा खतरा  

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