जानें धार्मिक मान्यताओं के अनुसार अपराजिता के फूल का महत्व

नीले अपराजिता के फूल को पूजा के लिए बेहद शुभ माना जाता है। इसे मां दुर्गा का अवतार समझा जाता है। रोजाना पूजा के दौरान इसका इस्तेमाल होता है। अपराजिता का फूल भगवान विष्णु को बेहद पसंद है। इस फूल को चढ़ाने से भगवान विष्णु प्रसन्न होते हैं और जीवन में सुख- समृद्धि बनी है।

हिंदू धर्म में अपराजिता के फूल को बेहद खास माना गया है। इस फूल को चढ़ाने से शनि देव प्रसन्न होते हैं। भगवान शिव को भी अपराजिता का फूल बेहद पसंद है। भगवान शिव को अपराजिता का पुष्प चढ़ाने से वैवाहिक जीवन में खुशहाली आती है। 

अपराजिता का फूल घर में लगाने से भगवान विष्णु और मां लक्ष्मी प्रसन्न होती है। इसे विष्णुप्रिया भी कहा जाता है।

सामान्यतः यह सफेद और नीले दो रंगों में मिलता है। लेकिन घर में नीले रंग का अपराजिता का फूल लगाना बेहद शुभ माना जाता है।

प्रत्येक सोमवार व शनिवार के दिन 3 अपराजिता के फूल को बहते हुए पानी में डालें। ऐसा करने से धन की प्राप्ति होती है और परिवार में कभी भी धन की कोई कमी नहीं आती।

अपराजिता के पौधे के जड़ का चूर्ण बनाकर उसे गाय के दूध व गाय के घी के साथ खाने पर पेट में जलन और अपाच्य जैसी समस्याओं से छुटकारा मिल जाता है।

10 ग्राम अपराजिता की पत्तियों को 500एमएल जल में उबाल लें। फिर उसे छानकर लें। छाने हुए पानी से गरारे करें। ऐसा करने से टॉन्सिल्स व गले की तकलीफ से छुटकारा मिल जाता है।

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