एक बार फिर शुरू होगा दिल्ली-एनसीआर समेत उत्तर भारत में सर्दी का सितम…

दिल्ली-एनसीआर समेत उत्तर भारत में सर्दी का सितम फिर शुरू हो गया है। पहाड़ों पर हो रही बर्फबारी के चलते भारत के उत्तरी और उत्तर-पश्चिम इलाके में रविवार को शीतलहर का कहर जारी रहा, जिसके कारण न्यूनतम तापमान में तीन से पांच डिग्री सेल्सियस तक की कमी दर्ज की गई। दिल्ली और आसपास के इलाकों में सोमवार को भी शीतलहर चलने और कोहरा छाए रहने का अनुमान जताया गया है। मौसम विभाग ने अगले तीन दिन के लिए येलो अलर्ट जारी किया है।

मौसम विभाग (आईएमडी) के अनुसार, सोमवार सुबह लोधी रोड में न्यूनतम तापमान 1.6 डिग्री सेल्सियस, जबकि सफदरजंग में 1.4 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया है। राजधानी में चल रही शीतलहर की स्थिति से राहत पाने के लिए जगह-जगह पर लोग अलाव जलाकर हाथ सेकते देखे जा सकते हैं। वहीं, कोहरे के कारण उत्तर रेलवे क्षेत्र में 13 ट्रेनें देरी से चल रही हैं।

दिल्ली के प्राथमिक मौसम केन्द्र सफदरजंग वेधशाला के अनुसार, तापमान में 4.7 डिग्री सेल्सियस की गिरावट दर्ज की गई। वहीं, रविवार को राजधानी के जफरपुर में न्यूनतम तापमान 2.6 डिग्री सेल्सियस, जबकि लोधी रोड में 3.8, आयानगर में तीन और रिज क्षेत्र में 3.2 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया।

आईएमडी की वेबसाइट पर उपलब्ध ‘उज्वा स्वचालित मौसम केन्द्र (एडब्ल्यूएस)’ के आंकड़ों के अनुसार, दक्षिण-पश्चिमी दिल्ली में न्यूनतम तापमान शून्य से नीचे 0.1 डिग्री सेल्सियस नीचे दर्ज किया गया। हालांकि, मौसम विभाग के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि एडब्ल्यूएस काम नहीं कर रहा है।

एक दशक में दूसरा सबसे ठंडा सप्ताह

आईएमडी के आंकड़ों के अनुसार, दिल्ली में पांच से नौ जनवरी के बीच कड़ाके की ठंड पड़ी है और पिछले एक दशक में यह दूसरा सबसे ठंडा सप्ताह रहा है। इस दौरान शहर 50 घंटों तक कोहरे की चादर में लिपटा रहा, जो 2019 के बाद का सबसे लंबा समय है।

मौसम विभाग का कहना है कि पंजाब, राजस्थान, हरियाणा, दिल्ली और पश्चिमी मध्य प्रदेश के विभिन्न क्षेत्रों में रविवार को शीतलहर चलने से सर्दी बहुत ज्यादा बढ़ गई है। मौसम विभाग के अनुसार, पंजाब, हरियाणा, दिल्ली, पूर्वी राजस्थान, पश्चिमी उत्तर प्रदेश और उत्तरी-पश्चिमी मध्य प्रदेश में न्यूनतम तापमान में चार से सात डिग्री सेल्सियस तक की गिरावट दर्ज की गई है। उत्तर-पश्चिम के अन्य हिस्सों में खास बदलाव दर्ज नहीं किया गया।

Related Articles

Back to top button
T20: भारत का क्लीन स्वीप जानिये कितने खतरनाक हैं कबूतर। शतपावली: स्वस्थ रहने का एक आसान उपाय भारतीय मौसम की ALERT कलर कोडिंग In Uttar Pradesh Call in Emergency