गंगटोक से नाथुला जाने वाले मार्ग को पर्यटकों के लिए अनिश्चितकाल के लिए किया गया बंद…

सिक्किम में भीषण हिमस्खलन के बाद गंगटोक से नाथुला जाने वाले मार्ग को पर्यटकों के लिए अनिश्चितकाल के लिए बंद कर दिया गया है। मंगलवार को हुए हिमस्खलन के बाद दुर्घटनास्थल पर दूसरे दिन बुधवार को भी तलाशी अभियान जारी रहा। सुबह से शाम तक रडार की मदद से अभियान चलाया गया।

हिमस्खलन क्षेत्र में तलाशी अभियान जारी

भारतीय सेना की ओर से बताया गया कि 15 माइल क्षेत्र में हुए हिमस्खलन के बाद बचाव व राहत कार्य में त्रिशक्ति कोर भी शामिल हुआ। कोर के चार अधिकारियों के नेतृत्व में चार टीमें अभियान में जुटी थी। बचाव कार्य में दो चिकित्सा अधिकारियों के साथ एक चिकित्सक भी वहां मौजूद था। इसके साथ ही तिरंगा माउंटेन रेस्क्यू की टीम भी खोज अभियान का हिस्सा बना।

माउंटेन रेस्क्यू टीम ने रडार की मदद से हिमस्खलन क्षेत्र में तलाशी अभियान चलाया, वहां किसी के भी बर्फ में दबे होने के संकेत नहीं मिले। बुधवार को कोई जख्मी या शव नहीं मिला।

इस बीच दुर्घटना में मृत के शव व घायल पर्यटकों को उनके घर तक पहुंचाने की जिम्मेदारी सिक्किम सरकार ने ली है। मालूम हो कि मंगलवार को गंगटोक से नाथुला को जोड़ने वाले जवाहरलाल नेहरू मार्ग 15 माइल क्षेत्र में भीषण हिमस्खलन में सात पर्यटकों की मौत हो गई थी और 13 घायल हो गए थे।

पीड़ितों को दी जाएगी अनुग्रह राशि

गंगटोक के जिलाधिकारी तुषार निखरे ने बताया कि मंगलवार शाम को घटना स्थल पर दोबारा हिमस्खलन होने के बाद बचाव कार्य रोक दिया गया था। बुधवार फिर शुरू किया गया। कोई हताहत नहीं मिला। उन्होंने बताया कि भारतीय पीडि़तों को नियम मुताबिक अनुग्रह राशि दी जाएगी।

नेपाली नागरिकों के संदर्भ में गृह विभाग द्वारा निर्णय लिया जाएगा। दुर्घटना में घायल पर्यटकों को उपचार के लिए गंगटोक के नये एसटीएनएम अस्पताल में भर्ती कराया गया है। एसटीएनएम के एएमएस (द्वितीय) डा.चूडामणी शर्मा ने बताया कि मंगलवार को 15 घायल लाए गए थे, इनमें से 9 लोगों को प्राथमिक उपचार के बाद डिस्चार्ज कर दिया गया।

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