कैबिनेट मंत्री सिद्धार्थनाथ सिंह ने शिवपाल सिंह के दावे पर पलटवार करते हुए कहा-चाचा-भतीजे भले ही एक हो जाएं; रहेंगे सत्ता से दूर

प्रदेश सरकार के प्रवक्ता व कैबिनेट मंत्री सिद्धार्थनाथ सिंह ने शिवपाल सिंह के दावे पर पलटवार करते हुए कहा है कि शिवपाल सिंह मुगालते में हैं। चाचा भतीजे की इस जोड़ी को प्रदेश की जनता 2017 के विधानसभा चुनावों में नकार चुकी है। अब दोनों भले ही एक हो जाएं 2022 के चुनाव में भी जनता उन्हें सत्ता से दूर ही रखेगी, क्योंकि प्रदेश फिर जंगल राज्य बने ये जनता अब यह नहीं चाहती। रविवार को शिवपाल ने दावा किया था कि अखिलेश अगर मुझे साथ ले लें, तो सरकार बननी तय है। मैं भी चाहता हूँ कि अखिलेश मुख्यमंत्री बने। 

ज्ञात हो कि बीते विधानसभा चुनावों के बाद सपा मुखिया अखिलेश यादव से विवाद होने पर शिवपाल ङ्क्षसह यादव ने प्रसपा का गठन कर लिया था। लोकसभा चुनाव में अखिलेश व शिवपाल दोनों को ही हार का सामना करना पड़ा था। दो साल से शिवपाल अपनी मंशा के तहत अखिलेश यादव से तालमेल करने का प्रयास कर रहे हैं। रविवार को शिवपाल ने सपा मुखिया अखिलेश यादव को सलाह भी दी कि हमारा और नेताजी का सम्मान करो व मुख्यमंत्री बनो। यह भी कहा कि विधानसभा चुनावों में कम समय बचा है। इसलिए अखिलेश जल्द से जल्द फैसला लें। 

शिवपाल सिंह के बयान पर सरकार के प्रवक्ता व कैबिनेट मंत्री सिंह ने कहा कि प्रसपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष शिवपाल सिंह अपने भतीजे अखिलेश यादव को लेकर भावनाओं के भंवर में फंसते दिखते हैं। अखिलेश उनका सम्मान नहीं करते, प्रदेश की जनता यह जान चुकी है। रही बात अखिलेश यादव की तो जनता उनकी सरकार के कुशासन को भूली नहीं है। अखिलेश सरकार के जंगलराज के चलते बड़े उद्योगपति राज्य में निवेश करने के बचते थे।बेरोजगारी चरम पर थी। महिलाओं के साथ अपराध की घटनाओं में प्रदेश देश में सबसे आगे था। भ्रष्टाचार चरम पर था, मंत्री भी इसमें लिप्त थे।

Related Articles

Back to top button