युद्ध के बीच मोहम्मद मुस्तफा फलस्तीन के नए पीएम नियुक्त

फलस्तीन के राष्ट्रपति महमूद अब्बास ने फलस्तीनी प्राधिकरण (पीए) में सुधार को लेकर अमेरिकी दबाव के बीच मोहम्मद मुस्तफा को प्रधानमंत्री नियुक्त किया है। मुस्तफा लंबे समय से अब्बास के आर्थिक सलाहकार रहे हैं। गाजा युद्ध के मद्देनजर फलस्तीन के प्रधानमंत्री के रूप में उनकी नियुक्ति अमेरिका की पोस्ट-वॉर योजना का हिस्सा बताई जा रही है। फलस्तीन के पूर्व प्रधानमंत्री मोहम्मद शतीह ने पिछले महीने सरकार के साथ इस्तीफा दे दिया था।

फलस्तीनी राष्ट्रपति अब्बास ने एक बयान में प्रधानमंत्री के रूप में मुस्तफा की नियुक्त की जानकारी दी। साथ ही अब्बास ने नए पीएम से वेस्ट बैंक और गाजा में प्रशासन को फिर से एकीकृत करने, सरकार, सुरक्षा सेवाओं और अर्थव्यवस्था में सुधारों का नेतृत्व करने और भ्रष्टाचार से लड़ने के लिए योजनाएं बनाने को कहा।

अमेरिका से शिक्षित अर्थशास्त्री मोहम्मद मुस्तफा इस्राइल के कब्जे वाले वेस्ट बैंक में तकनीकी सरकार का नेतृत्व करेंगे, जो गाजा को देश का दर्जा देने से पहले प्रशासित कर सकती है। मुस्तफा को राजनीतिक रूप से खुले विचार का माना जाता है। हालांकि, इस्राइली प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू गाजा में युद्ध के बाद की अमेरिका की योजनाओं का कड़ा विरोध कर रहे हैं। अभी यह स्पष्ट नहीं है कि मोहम्मद मुस्तफा के नेतृत्व में नई सरकार की नियुक्ति अमेरिकी सुधार की मांगों को पूरा करने के लिए पर्याप्त होगी, क्योंकि 88 वर्षीय राष्ट्रपति अब्बास का फलस्तीनी प्राधिकरण पर पूरा नियंत्रण रहेगा।

फलस्तीनी नागरिक राजनीति में बदलाव चाहते हैं, नामों में नहीं…
फलस्तीनी राजनीतिक विश्लेषकों का कहना है कि अमेरिका और क्षेत्र के देश जो बदलाव चाहते हैं, जरूरी नहीं कि फलस्तीनी नागरिक भी वही बदलाव चाहते हों। उन्होंने कहा कि फलस्तीनी नागरिक सही मायने में राजनीति में बदलाव चाहते हैं, नामों में नहीं। वे चुनाव चाहते हैं। उन्होंने कहा कि मुस्तफा एक सम्मानित और शिक्षित व्यक्ति हैं, लेकिन क्या वह वेस्ट बैंक के हालात में सुधार के लिए लोगों की मांगों को पूरा करने के लिए संघर्ष करेंगे। युद्ध की शुरुआत के बाद इस्राइली प्रतिबंधों के कारण वेस्ट बैंक की जनता आर्थिक संकट से जूझ रही है।

1954 में वेस्ट बैंक शहर में जन्मे मुस्तफा ने अमेरिका के जॉर्ज वॉशिंगटन विश्वविद्यालय से व्यवसाय प्रशासन और अर्थशास्त्र में डॉक्टरेट की उपाधि हासिल की। वह विश्व बैंक में वरिष्ठ पदों पर कार्य कर चुके हैं। वह पहले पीए के उप-प्रधानमंत्री और अर्थव्यवस्था मंत्री के रूप में भी कार्य कर चुके हैं और वर्तमान में फलस्तीन निवेश कोष के प्रमुख हैं।

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