कार में एयरबैग क्‍यों हैं जरूरी? जानें

देश में हर साल बड़ी संख्‍या में सड़क हादसे होते हैं। जिनमें लाखों लोग घायल होते हैं और हजारों की संख्‍या में लोगों की मौत हो जाती है। कंपनियों की ओर से कारों को सुरक्षित बनाते हुए एयरबैग की संख्‍या को बढ़ाया जा रहा है। लेकिन क्‍या एयरबैग से सुरक्षा मिलती है। हम इस खबर में आपको बता रहे हैं।

क्‍या होता है एयरबैग
एयरबैग अपने नाम के मुताबिक ऐसा बैग होता है जिसमें एयर भरी जाती है। सामान्‍य स्थिति में इस सेफ्टी फीचर का काम नहीं होता। लेकिन अगर किसी कार के साथ हादसा हो जाता है तो यात्रियों की सुरक्षा के लिए यह सेफ्टी फीचर एक्टिव हो जाता है और कार सवारों की जान बचाने का काम करता है। इसे बेहद मजबूत कपड़े से बनाया जाता है।

कैसे मिलती है सुरक्षा
आमतौर पर एयरबैग्‍स को कार में डैशबोर्ड और स्‍टेयरिंग व्‍हील पर लगाया जाता है। इसके साथ ही कुछ सेंसर को कार के आगे और पीछे लगाया जाता है। अगर कार के साथ हादसा होता है तो कार में लगे सेंसर एयरबैग को एक्टिव कर देते हैं और यह बेहद कम समय में ही खुल जाता है। यह इतने कम समय में खुलता है जिससे कार सवार को गंभीर चोट से बचाया जा सके।

बनाते हैं सुरक्षा की दीवार
एयरबैग एक्टिव होने के बाद यात्री और कार के बीच एक सुरक्षा की दीवार बना देते हैं, जिससे यात्री का सिर, छाती कार के स्‍टेयरिंग या अन्‍य किसी भी हिस्‍से से टकराने से बच जाता है और इस तरह से जान को बचाया जाता है।

खतरनाक भी होते हैं एयरबैग
वैसे तो एयरबैग हादसे के समय यात्रियों की जान बचाने के काम आते हैं, लेकिन कुछ मामलो में लापरवाही बरतने के कारण यह बेहद खतरनाक भी हो सकते हैं। कुछ लोग अपनी कार के डैशबोर्ड पर सामान रखते हैं और कुछ लोग पैर रखकर बैठते हैं। इसके साथ ही कुछ लोग कार चलाते हुए स्‍टेयरिंग के काफी पास रहते हैं। ऐसी स्थितियों में अगर हादसा हो जाता है तो एयरबैग से सुरक्षा की जगह ज्‍यादा गंभीर चोट लगने का खतरा बढ़ जाता है।

बढ़ रही संख्‍या
दुनियाभर की तरह भारत में भी कारों को ज्‍यादा सुरक्षित बनाने का काम किया जा रहा है। इसी क्रम में वाहन निर्माता अपनी कारों में एयरबैग की संख्‍या को बढ़ा रहे हैं। कुछ साल पहले तक कारों में एयरबैग नहीं दिए जाते थे, लेकिन बाद में सरकार ने कारों में दो एयरबैग को अनिवार्य किया। लेकिन अब कई निर्माताओं की ओर से अपनी कारों में स्‍टैंडर्ड तौर पर छह एयरबैग ऑफर किए जा रहे हैं।

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