गोरखपुर के रामगढ़ ताल में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने ‘फ्लोटिंग होटल’ का किया उद्घाटन, शुद्ध भोजन का भरोसा।
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने गुरुवार को गोरखपुर के रामगढ़ ताल में एक तैरते हुए होटल ‘फ्लोट’ का उद्घाटन किया। इस दौरान उन्होंने भोजन की शुद्धता पर जोर देते हुए कहा कि यहां लोगों को ‘थूक वाली रोटी’ या ‘हापुड़ वाला जूस’ नहीं, बल्कि शुद्ध और स्वच्छ भोजन परोसा जाएगा।
मुख्यमंत्री ने अपने भाषण में कहा, “गोरखपुर और पूर्वी उत्तर प्रदेश के लोग काम के लिए बाहर जाते हैं। उनकी भी इच्छा होती है कि उनके अपने गृहनगर में भी उन्हें बेहतर सुविधाएं मिलें। यहां उन्हें थूक वाली रोटियां या हापुड़ का जूस नहीं मिलेगा, बल्कि पूरी तरह से स्वच्छ और शुद्ध भोजन मिलेगा।”
हाल के खाद्य स्वच्छता सम्बन्धी घटनाओं का किया जिक्र
मुख्यमंत्री का यह बयान हाल में सामने आए खाद्य स्वच्छता की घटनाओं के संदर्भ में था। हाल ही में, उत्तर प्रदेश के सहारनपुर जिले में एक घटना का वीडियो वायरल हुआ था, जिसमें एक किशोर भोजन पर थूकते हुए देखा गया था। इस घटना के बाद पुलिस ने संबंधित रेस्तरां के मालिक को गिरफ्तार कर लिया था। इसके अलावा, गाजियाबाद जिले में एक जूस विक्रेता को फलों के रस में मूत्र मिलाकर परोसने के आरोप में गिरफ्तार किया गया था।
इन्हीं घटनाओं के संदर्भ में मुख्यमंत्री ने नए रेस्तरां में शुद्ध और स्वच्छ भोजन उपलब्ध कराने की बात कही। उन्होंने कहा, “यह अच्छा है कि यहां लोगों को हापुड़ वाला जूस या थूक वाली रोटी नहीं दी जाएगी, बल्कि जो कुछ भी परोसा जाएगा वह पूरी तरह से शुद्ध होगा।”
आधुनिक सुविधाओं से लैस होगा फ्लोटिंग होटल ‘फ्लोट’
गोरखपुर के इस तैरते हुए रेस्तरां का निर्माण अगस्त 2022 में शुरू हुआ था और यह 9,600 वर्ग फुट में फैला है। तीन मंजिला इस अत्याधुनिक रेस्तरां में एक समय में 100 से 150 मेहमानों के बैठने की व्यवस्था है। रेस्तरां को आकर्षक इंटीरियर और आधुनिक सुविधाओं से सुसज्जित किया गया है, ताकि यहां आने वाले लोगों को एक खास अनुभव मिल सके।
खाद्य सुरक्षा पर सरकार का होगा ख़ास ध्यान।
मुख्यमंत्री ने कार्यक्रम के दौरान राज्य सरकार के खाद्य सुरक्षा के लिए किए गए प्रयासों पर भी प्रकाश डाला। उन्होंने कहा कि हाल की घटनाओं के बाद सरकार ने खाद्य विक्रेताओं के लिए पारदर्शिता सुनिश्चित करने के लिए कई सख्त कदम उठाए हैं। उन्होंने यह भी बताया कि कांवड़ यात्रा के दौरान भी खाद्य विक्रेताओं को अपने नाम और व्यंजनों के बारे में स्पष्ट जानकारी देने के निर्देश दिए गए थे, ताकि उपभोक्ता सूचित विकल्प चुन सकें।
इस मौके पर मुख्यमंत्री ने राज्य में खाद्य स्वच्छता और सुरक्षा बनाए रखने की सरकार की प्रतिबद्धता दोहराई।