नौकरी घोटाला और कानून व्यवस्था को लेकर भाजपा ने किया हंगामा, जाने पूरा मामला

केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने बिहार विधानमंडल के शीतकालीन सत्र से एक दिन पहले मुजफ्फरपुर में सभा के दौरान इसके आंकड़ों पर सवाल उठाया था। संभव है कि मंगलवार को सरकार ऐसे सारे सवालों का जवाब शीतकालीन सत्र के दूसरे दिन दे।

बिहार विधानमंडल का शीतकालीन सत्र सोमवार से शुरू हो चुका है। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार विधानसभा पहुंचे। विधानसभा के अध्यक्ष ने उनका स्वाकत किया। इसके बाद सीएम नीतीश कुमार विधानसभा अध्यक्ष के चेंबर में गए। इधर, भाजपा नेताओं ने विधानसभा परिसर में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के इस्तीफे की मांग करने लगे।

भाजपा विधायकों ने बिहार में बढ़ रहे अपराध और नौकरी घोटाले का मुद्दा बनाकर हंगामा किया। भाजपा विधायक हरि भूषण ठाकुर बचौल ने कहा कि बिहार में कानून का राज खत्म हो चुका है। सरकार वोट के लिए तुष्टिकरण की राजनीति कर रही है। नौकरी देने के नाम पर घोटाला हो रहा है। सीएम नीतीश कुमार को इस्तीफा दे देना चाहिए।

इध्र, विधानसभा की कार्यवाही शुरू होने पर स्पीकर ने कार्यमंत्रणा समिति का गठन किया। विधानसभा अध्यक्ष ने कार्यमंत्रणा समिति की बैठक बुलाई है। इधर, विधानसभा की कार्यवाही को मंगलवार सुबह 11 बजे तक के लिए स्थगित कर दिया गया है।

जाति आधारित जनगणना की पूरी रिपोर्ट सदन में पेश करेगी सरकार
बिहार की राजनीति में यह सप्ताह इसी सत्र के हंगामे को समर्पित होगा। पांच दिवसीय सत्र के पहले दिन सोमवार को औपचारिकताओं के साथ हंगामा संभव है। असल हंगामा मंगलवार को होने की आशंका है, जब बिहार की महागठबंधन सरकार अपनी घोषणा के अनुसार बिहार में जाति आधारित जनगणना की पूरी रिपोर्ट सदन में पेश करेगी।

जातीय जनणगना की रिपोर्ट जारी किए जाते समय ही मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा था कि आर्थिक सर्वे के साथ जातीय गनणा की रिपोर्ट को विधानमंडल के पटल पर रखा जाएगा। सत्र से एक दिन पहले बिहार आए केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने इस रिपोर्ट को गुमराह करने वाला बताया था। उन्होंने कहा था कि लालू प्रसाद के दबाव में सीएम नीतीश कुमार ने इस सर्वे में यादवों और मुसलमानों की संख्या ज्यादा दिखाई है।

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