वोडाफोन आइडिया एफपीओ से निवेशकों के हौसले बुलंद, जमकर खरीदे शेयर

भारी वित्तीय संकट से जूझ रही टेलिकॉम कंपनी वोडाफोन आइडिया के FPO को शुरुआत में रिटेल इन्वेस्टर यानी आम निवेशकों का काफी ठंडा रिस्पॉन्स मिला था। हालांकि, इंस्टीट्यूशनल और नॉन-इंस्टीट्यूशन इन्वेस्टर से शुरू से ही इसमें काफी दिलचस्पी दिखाई।

आखिर में वोडाफोन आइडिया का 18 हजार करोड़ रुपये का FPO तीन दिनों में 6.99 गुना सब्सक्राइब हो गया। इसमें हर कैटेगरी के निवेशकों का हिस्सा पूरा भर गया। इसका शानदार असर वोडा आइडिया के शेयरों पर दिखा। शुरुआती कारोबार से इसमें तेजी दिखी और यह 12 फीसदी तक उछल गया।

रिलायंस जियो और एयरटेल को टक्कर
वोडाफोन आइडिया के लिए अब FPO सफल होने के बाद बैंकों से 25 हजार रुपये का कर्ज जुटाने का थोड़ा आसान होगा। साथ ही, वोडाफोन आइडिया अपना इंफ्रास्ट्रक्चर भी मजबूत करेगी, जिससे कंपनी का अपनी 4जी और 5जी कवरेज का विस्तार कर पाएगी।

अगर वोडाफोन आइडिया अपने इंफ्रास्ट्रक्चर को बेहतर कर लेती है, तो उसे अपने सब्सक्राइबर को वापस पाने में भी मदद मिलेगी, जिन्हें वह लगातार रिलायंस जियो और भारती एयरटेल के हाथों गंवा रही है।

फरवरी में जियो और एयरटेल ने क्रमश: 35 और 15 लाख नए यूजर जोड़ें। वहीं, वोडाफोन आइडिया के 10 लाख यूजर कम हो गए। कभी यूजर्स के लिहाज से देश की सबसे बड़ी टेलिकॉम कंपनी रही वोडाफोन आइडिया अब 22.25 करोड़ यूजर्स के साथ तीसरे नंबर पर है।

वोडाफोन आइडिया का शेयर प्राइस
आज यानी मंगलवार (23 अप्रैल) को शुरुआती कारोबार में वोडाफोन आइडिया के शेयर (vodafone idea share price) में करीब 12 प्रतिशत तक उछल गए। इससे माना जा रहा है कि निवेशकों ने FPO को काफी सकारात्मक तौर पर लिया है और उन्हें लगता है कि निकट भविष्य में कंपनी की मुश्किलें कम होंगी।

पिछले छह महीने की बात करें, तो वोडाफोन आइडिया ने 31 प्रतिशत रिटर्न दिया है। वहीं, एक साल में निवेशकों को कंपनी से 125 प्रतिशत से अधिक का का मुनाफा हुआ है।

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