कानपुर: अंकों में गड़बड़ी करने पर डायट के तीन शिक्षक निलंबित

डायट में 2022 के पहले बैच की उर्दू, संस्कृत, शैक्षिक निर्देशन और गणित की कॉपियों का मूल्यांकन हुआ था। मूल्यांकन के दौरान प्रथम सेमेस्टर की गणित की 107 कॉपियों के नंबरों में हेरफेर की शिकायत मिली थी। कॉपियों में छात्रों को दो, तीन अंक मिले थे। वहीं, अंक चिटों में नंबरों को बढ़ाया गया था।

कानपुर में जिला प्रशिक्षण एवं प्रशिक्षण संस्थान (डायट) में डीएलएड की कॉपियों के मूल्यांकन में गड़बड़ी पर तीन शिक्षकों को निलंबित कर दिया गया है। एडी बेसिक की रिपोर्ट पर स्टेट काउंसिल ऑफ एजुकेशनल रिसर्च एंड ट्रेनिंग के (एससीईआरटी) निदेशक के आदेश पर यह कार्रवाई की गई है। डायट नर्वल में तैनात इन तीनों को अन्य जिलों में संबद्ध किया गया है।

107 कॉपियों के अंकों और संस्थान के पास उपलब्ध अंक चिट में अंकों का अंतर मिला था। मूल्यांकन प्रभारी इंद्रजीत सिंह, अंक चिट प्रभारी अरुण विक्रम सिंह और कोठार प्रभारी संतोष कुमार सरोज पर गड़बड़ी करने का आरोप लगा था। मामले की शिकायत डीएम तक पहुंची थी।

एडी बेसिक के निर्देशन में गठित जांच कमेटी मामले की जांच कर रही थी। इसी जांच रिपोर्ट के आधार पर तीनों शिक्षकों को दोषी पाया गया और निलंबन की संस्तुति की गई थी। तीनों औरैया, जालौन और कन्नौज कार्यालय में संबद्ध किए गए हैं। एडी बेसिक राजेश वर्मा ने बताया कि कमेटी की जांच रिपोर्ट में तीनों शिक्षकों को दोषी पाया गया है। निदेशक के आदेश पर तीनों को निलंबित कर दिया गया है।

यह था मामला
डायट में 2022 के पहले बैच की उर्दू, संस्कृत, शैक्षिक निर्देशन और गणित की कॉपियों का मूल्यांकन हुआ था। यहां महाराजगंज, कुशीनगर, गोरखपुर सहित कई अन्य केंद्रों की कॉपियां मूल्यांकन के लिए आई थीं। मूल्यांकन के दौरान प्रथम सेमेस्टर की गणित की 107 कॉपियों के नंबरों में हेरफेर की शिकायत मिली थी। कॉपियों में छात्रों को दो, तीन अंक मिले थे। वहीं अंक चिटों में नंबरों को बढ़ाया गया था। अंक चिट में 10 से 12 नंबर तक बढ़ाए गए थे। न केवल अंकों में हेरफेर था, बल्कि सह परीक्षक के फर्जी हस्ताक्षर भी थे।

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