टाना भगतों व पुलिस में हुई झड़प, दारोगा समेत सात पुलिसकर्मी जख्मी
अखिल भारतीय टाना भगत संघ के बैनर तले टाना भगतों ने सोमवार को लातेहार कोर्ट परिसर में जमकर हंगामा किया। इस दौरान उनकी पुलिस से झड़प भी हुई। इस झड़प में दारोगा समेत सात पुलिसकर्मी जख्मी हो गए। स्थिति बिगड़ती देख पुलिस ने आंसू गैस के गोले छोड़े, पानी का बौछार किया। हवाई फायरिंग और हल्का लाठी चार्ज भी किया गया। इसके बाद टाना भगत वहां से चले गए। इस पूरे हंगामे के दौरान लातेहार में न्यायिक कार्य करीब पांच घंटे तक बाधित रहा।
इससे पहले टाना भगतों ने जुलूस निकालकर लातेहार व्यवहार न्यायालय का घेराव किया। उसके बाद पांचवीं अनुसूची के तहत कोर्ट-कचहरी बंद करने संबंधी नारे लगाते हुए प्रधान जिला जज के कार्यालय में तालाबंदी कर दी। साथ ही कोर्ट परिसर में उपद्रव भी किया। सूचना पर पहुंची पुलिस ने उन्हें समझाने का प्रयास किया लेकिन प्रदर्शनकारी जज को बुलाने की मांग पर अड़े थे। जब पुलिस ने उन्हें कोर्ट परिसर से हटाना चाहा तो वे भड़क गए और पथराव करने लगे। टाना भगतों ने गुलेल से कई पुलिसकर्मियों को मारकर घायल कर दिया, साथ ही पीसीआर वैन को भी क्षतिग्रस्त कर दिया।
रणक्षेत्र में तब्दील हुआ इलाका
टाना भगतों और पुलिस के बीच झड़प के दौरान पूरा इलाका कुछ देर के लिए रणक्षेत्र में तब्दील हो गया। बगल के मुख्य सड़क से गुजरने वाले वाहन जहां- तहां रुक गए। भगदड़ में कई लोग अपने-अपने वाहन छोड़कर भाग खड़े हुए। झड़प में लातेहार थाना इंस्पेक्टर अमित कुमार समेत सतनारायण उराव, कुमारी अमित लक्ष्मी, अंजू रोज खलखो, मनोरमा कुमारी को गंभीर चोटें लगी। सभी घायलों का इलाज सदर अस्पताल में किया जा रहा है। प्रदर्शन के दौरान 5 घंटे तक न्यायिक कार्य बाधित रहा। टाना भगतों ने सारे रास्ते बंद कर दिए थे। पुलिस ने सभी न्यायिक पदाधिकारियों को पीछे के रास्ते सुरक्षित निकाला। एहतियातन न्यायिक पदाधिकारियों के आवास पर पुलिस ने सुरक्षा बढ़ा दी है।
हाईकोर्ट ने मांगी रिपोर्ट
झारखंड हाईकोर्ट ने लातेहार व्यवहार न्यायालय में सोमवार को हुए हंगामे की रिपोर्ट मांगी है। टाना भगतों के अदालत परिसर में तोड़फोड़ के बाद लातेहार के प्रधान जिला जज ने घटना की जानकारी हाईकोर्ट को दी है। इसके बाद हाईकोर्ट ने हंगामे पूरी रिपोर्ट तलब की है। घटना के बाद पुलिस की कार्रवाई की भी विस्तृत जानकारी मांगी है। हाईकोर्ट के रजिस्ट्रार जनरल ने बताया कि फिलहाल सिविलव कोर्ट में अवकाश चल रहा है। वेकेशन कोर्ट चल रही है इस कारण कम संख्या में न्यायिक अधिकारी कोर्ट में मौजूद थे। घटना के बाद अदालत और न्यायिक पदाधिकारियों के आवास पर सुरक्षा बढ़ा दी गयी है।