दिल्ली: तिलक ब्रिज स्टेशन पर यात्रियों को मिलेंगी विश्व स्तरीय सुविधाएं
रेलवे अब बदला-बदला नजर आएगा। वंदे भारत, अमृत भारत जैसे आधुनिक सुविधाओं से लैस ट्रेन ही नहीं बल्कि वर्ल्ड क्लास स्टेशन निर्माण पर भी रेलवे का जोर है। 40 हजार करोड़ की लागत से देशभर के 553 स्टेशनों का पूरा रंग-रूप बदला जाएगा ताकि यात्रियों को स्टेशन पहुंचते ही ऐसा महसूस हो कि वह एयरपोर्ट पर पहुंच गए हैं। 26 फरवरी को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अमृत भारत स्कीम फेज-2 की घोषणा करेंगे। इनमें देश की राजधानी दिल्ली के तिलक ब्रिज रेलवे स्टेशन को भी शामिल किया गया है। इस स्टेशन पर भी यात्रियों को विश्व स्तरीय सुविधा दी जाएगी।
रेलवे देश की धड़कन है। रोजाना लाखों लोग इसका इस्तेमाल करके अपने मंजिल तक पहुंचते है। पर्यटन के प्रति बढ़ते रुझान को भी देखते हुए केंद्र सरकार का पूरा फोकस ट्रेन और स्टेशनों की सूरत बदलने पर है। वंदे भारत, तेजस समेत अन्य ट्रेनों ने रेल यात्रियों का एहसास बदलने का काम किया है। इन शानदार ट्रेनों के साथ ही अब स्टेशनों का निर्माण अमृत भारत स्टेशन स्कीम के तहत किया जाएगा।
सफदरजंग की तरह दिल्ली का तिलक ब्रिज स्टेशन भी चमकेगा
अमृत भारत स्टेशन स्कीम में अब दिल्ली के तिलक ब्रिज स्टेशन को भी शुमार कर लिया गया है। 553 स्टेशनों के विकास में यह स्टेशन भी अपनी रौनक बिखेरेगा। उत्तर रेलवे की नई दिल्ली-हजरत निजामुद्दीन रेलवे लाइन पर स्थित इस स्टेशन का भी विकास होगा। इसका नाम स्वतंत्रता सेनानी बाल गंगाधर तिलक के नाम पर रखा गया है। तिलक ब्रिज रेलवे स्टेशन दिल्ली के मध्य भाग में है। तिलक मार्ग और आईटीओ क्षेत्र के पास स्थित है। इस स्टेशन की खासियत यह भी है कि मंडी हाउस मेट्रो स्टेशन दिल्ली के सबसे नजदीक है।
हाजा इस स्टेशन से यात्री एनसीआर के क्षेत्र मसल गाजियाबाद जंक्शन, मेरठ सिटी जंक्शन, मुजफ्फरनगर, पानीपत जंक्शन, आगरा छावनी, मुरादाबाद, गुरुग्राम, रोहतक जंक्शन, भटिंडा जंक्शन, फरीदाबाद, मथुरा जंक्शन तक समेत अन्य कई स्टेशनों तक सफर कर सकेंगे। दिल्ली एयरपोर्ट से भी इसकी दूरी महज 16 किलोमीटर है। भविष्य में अगर रिंग रेलवे की सेवा और अधिक मजबूत होती है तो इस स्टेशन से नई दिल्ली, निजामुद्दीन, पुरानी दिल्ली, सराय रोहिल्ला, शकूरबस्ती, सफदरजंग, नारायणा समेत दिल्ली की परिक्रमा कर सकते है। व्यापारिक दृष्टिकोण से भी इस स्टेशन के पुर्ननिर्माण होने से फायदा होगा।
अजमेर स्टेशन 400 करोड़ रुपये से अधिक से चमकेगा
अमृत भारत स्टेशनों में सबसे अधिक खर्च अजमेर स्टेशन पर होना है। कुल 40 हजार करोड़ रुपये 553 स्टेशन विकसित होंगे। इनमें अजमेर स्टेशन के विकास पर अगले 4040 करोड़ रुपये से भी अधिक खर्च कर तैयार किया जाएगा। इस ग्रेड ए रेलवे स्टेशन को आधुनिक स्वरूप के साथ विश्व स्तरीय सुविधा यात्रियों को मिलेगी। दरअसल यह स्टेशन पर्यटन के दृष्टिकोण से भी काफी अहम है। पुष्कर में ब्रह्मा का एक मात्र मंदिर तो ही साथ ही अजमेर शरीफ या दरगाह अजमेर शरीफ है। प्रसिद्ध सूफी मोइनुद्दीन चिश्ती ख्वाजा गरीब नवाज की दरगाह बड़ी संख्या में पर्यटक पहुंचते है। इस जंक्शन से कई रूट पर ट्रेन संचालित होती है। अमृत भारत स्टेशन स्कीम में इस स्टेशन को विशेष तरजीह दी गई है।
यूपी के स्टेशन का भी होगा विकास
उत्तर प्रदेश का गोमती नगर स्टेशन ही नहीं कई स्टेशनों को इस योजना में शुमार किया गया है। अमृत भारत स्टेशन विकास योजना के तहत मेरठ सिटी स्टेशन का भी निर्माण होगा। इस स्टेशन के विकास पर रेलवे 200 करोड़ रुपये से अधिक खर्च करेगा। इसी तरह मऊ जंक्शन, गोंडा, मलहौर, भटनी स्टेशन का विकास किया जाएगा। यहां यात्रियों की सुविधा को ध्यान में रख स्टेशन का निर्माण किया जाएगा। इसी तरह बिहार के बरौनी, सिवान, मुंगेर स्टेशन को भी योजना में जोड़ा गया है।
मेरठ सिटी स्टेशन के अलावा मध्य प्रदेश के कई स्टेशनों को 100-100 करोड़ रुपये की लागत से निर्माण किया जाएगा। इसमें मुख्य रूप से जबलपुर, इंदौर, उज्जैन, खंडवा और बीना जंक्शन शामिल है। राजस्थान में अजमेर के अलावा, पाली मारवाड़, संगनेर और धौलपुर रेलवे स्टेशन का विकास किया जाएगा।
कई सुविधाएं स्टेशन पर मिलेगी यात्रियों को
अमृत भारत स्टेशन योजना के तहत स्टेशन का रंग-रूप तो बदलेगा ही साथ ही सुविधायुक्त सफर भी संभव होगा। यात्रियों को साफ और बेहतर वेटिंग रूम की व्यवस्था रहेगी। वेटिंग एरिया और रेस्ट रूम का निर्माण किया जाएगा। खाने-पीने के लिए अलग से फूड कोर्ट तैयार होगा। यात्रियों और ट्रेनों के आने-जाने के लिए अलग-अलग प्रवेश व निकास द्वार होंगे। स्टेशन तक पहुंच के लिए सड़कों का चौड़ीकरण किया जाएगा। पर्याप्त पार्किंग सुविधा उपलब्ध कराई जाएगी। रेलवे स्टेशन के समीप मल्टी मॉडल टांसपोर्ट हब के रूप में विकसित किया जाएगा। जहां से बस, टैक्सी, ऑटो और जिस राज्य में मेट्रो और एयरपोर्ट है वहां की कनेक्टिविटी से जोड़ा जाएगा। ग्रीन बिल्डिंग का भी ख्याल रखा जाएगा।