रात में झमाझम बारिश से मौसम का बदला मिजाज, सुबह सर्दी का सितम

उत्‍तर प्रदेश के जनपद हाथरस में शनिवार की रुक रुक कर हुई झमाझम बारिश से मौसम का मिजाज ही बदल गया। रविवार की सुबह जगह-जगह जलभराव व कीचड़ के चलते लोगों का राह निकलना भी मुश्किल हो गया था। वहीं तीन दिनों से हो रही बारिश ने फसलों को लेकर किसानों की चिंता बढ़ा दी है। 

हाथरस में बदला मौसम

मौसम के मिजाज अभी ठीक नहीं है। शनिवार को शाम के बाद फिर बूंदाबादी शुरू हो गई थी। मध्य रात्रि के बाद तो रुक-रुक कर कई बार झमाझम बारिश हुई। इसके चलते रविवार की सुबह मौसम और सर्द हो गया। शीत लहर के चलने से ठिठुरन भी बढ़ गई थी। तापमान गिरने से बढ़ी सर्दी के चलते लोग घरों में से निकलने में दिक्कतें महसूस कर रहे थे। बादलों के छाए रहने से धूप के निकलने की कोई संभावना नहीं दिख रही थी। अवकाश का दिन होने से लोग घरों में कैद रहे। अभिभावकों ने बच्चों को भी घरों से बाहर नहीं जाने दिया।

जलभराव के चलते परेशान रहे राहगीर

बारिश ने तीन दिनों से जन-जीवन अस्त-व्यस्त कर रखा है। रविवार को पूरे दिन बारिश होने की संभावना बनी हुई है। बारिश से जगह-जगह जलभराव हो गया है। सबसे अधिक समस्या निचले इलाकों में हो रही है। खंदारीगढ़ी व विष्णुपुरी में उखड़ी पड़ी सड़क व गलियों में जलभराव व कीचड़ होने राहगीरों को दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है।

बारिश से फसलों पर गहराया संकट

बारिश थमने का नाम नहीं ले रही है। रुक-रुक हो रही बारिश ने अब फसलों के लिए संकट पैदा हो गया है। सादाबाद, बिसावर, हसायन सहित कई जगह खेतों में खड़ी फसलों में पानी भरने से आलू में जड़ गलन, तना गलन रोग लग जाएगा। कृषि वैज्ञानिक डा. एके सिंह ने बताया कि बारिश के चलते खेतों में पानी भरने से फसलों खरपतवार व माऊं सहित कई रोग लग जाएंगे।

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